कहीं महंगा ना पड़ जाए प्राइमरी कक्षाएं शुरू करना

त्योहारी सीजन ने संक्रमण बढ़ने का खतरा, तीसरी लहर में बच्चों को सुरक्षित रखना सबसे जरूरी

DEhradun: उत्तराखंड सरकार ने कल ही प्रदेश के सभी निजी व सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से पांचवीं तक की पढ़ाई शुरू कराने का फैसला किया है। या फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा है कोरोना की दूसरी लहर से राहत जरूर मिल रही है लेकिन आने वाले तीन महीनों में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
मालूम हो कि आने वाले तीन महीनों में बड़े-बड़े त्यौहारों का आयोजन होने वाला है, इन परिस्थितियों में निश्चित तौर पर बाजारों में भीड़ को उम्र ने से रोका नहीं जा सकता। हाल ही में रक्षाबंधन के अवसर पर बाजारों में जो रौनक दिखाई दी थी बस आप बताती है कि आने वाले त्योहारी सीजन में यह भीड़ उससे कहीं अधिक ज्यादा बढ़ने वाली है।
वही स्वास्थ्य विशेषज्ञ यह आशंका भी जता रहे हैं कि अक्टूबर से नवंबर के बीच कोरोना की तीसरी लहर और डेल्टा वैरिएंट का असर भी देखा जा सकता है। हालांकि देश में टीकाकरण का नया रिकॉर्ड बन रहा है लेकिन उसके बावजूद लापरवाही घातक साबित हो सकती है खासतौर से छोटे बच्चों को लेकर अभी केंद्र व राज्य को कड़े निर्देश जारी करनी चाहिए एवं स्कूल खोलने को लेकर दिखाई जाने वाली तत्परता से बचना चाहिए।
फिलहाल सभी राज्यों के लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि वह छोटे बच्चों को स्कूल जाने के फैसले पर गंभीरता से चिंतन करें और अगले दो से तीन महीने देश में स्थिति बेहतर बनाएं रखने को लेकर योजनाएं तैयार करें।