केजरीवाल का स्पष्ट ऐलान, कर्नल कोठियाल सीएम का चेहरा

उत्तराखंड में तीसरे विकल्प के तौर पर पैर जमाने की कोशिश
Dehradun: उत्तराखंड में अपनी सियासी बुनियाद मजबूत करने में जुटी आम आदमी पार्टी ने ऐलान कर दिया है कि यदि उनकी पार्टी उत्तराखंड में सत्ता में आती है तो कर्नल कोठियाल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री होंगे.
पिछले 20 वर्ष से उत्तराखंड में दो दलों की राजनीति चलती आ रही है जिसमें विकास की ओर भले ही एक ही ना दिखाई हो लेकिन मुख्यमंत्रियों की फौज तैयार करने में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। मात्र 13 जनपदों वाला एक राज्य जहां पिछले 20 वर्षों में केवल एक ही मुख्यमंत्री 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा कर पाया और 10 मुख्यमंत्री बदल दिए गए। यही कारण है कि उत्तराखंड की जनता अब एक तीसरे विकल्प के तौर पर गंभीरता से चिंतन कर रही है सिर्फ फैसला यह करना है कि वह तीसरा विकल्प उत्तराखंड क्रांति दल होगा या फिर आम आदमी पार्टी? आम आदमी पार्टी की तो पिछले कुछ वर्षों में इस पार्टी ने उत्तराखंड में अपनी बुनियाद मजबूत करने की कोशिश की है हालांकि कोई मजबूत नाम अभी भी आम आदमी पार्टी के पास नहीं है। उत्तराखंड में पार्टी की नींव मजबूत करने के लिए खुद मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल उनके खास मनीष सिसोदिया लगातार उत्तराखंड को फोकस किए हुए हैं। कुछ दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल ने उत्तराखंड की जनता को 300 यूनिट मुफ्त बिजली उनकी सरकार आने के बाद देने का वादा किया है।
अरविंद केजरीवाल की राजनीति की एक विशेषता है कि वह छोटे राज्यों पर खासतर से फोकस करते हैं और वहां की जनता को सीधे बुनियादी सुविधाओं से जोड़ने की कोशिश करते हैं। दिल्ली में भी उन्होंने यही फार्मूला अपनाया था जिसका परिणाम सबके सामने है।
उत्तराखंड में अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी क्या सब दिखाती है यह तो भविष्य में ही पता लगेगा लेकिन विधानसभा चुनाव की तैयारियों का ऐलान करते हुए वे सबसे पहले यह स्पष्ट करने में सामने आए हुए हैं कि उनका मुख्यमंत्री कौन होगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज देहरादून में बुलाई गई एक प्रेस वार्ता में स्पष्ट कर दिया कि कर्नल अजय कोठियाल उनकी पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा है।
आम आदमी पार्टी उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी जिसकी तैयारियां बुनियादी स्तर पर चल रही है।
निश्चित तौर पर तीसरे विकल्प का लाभ आम आदमी पार्टी को मिल सकता है और यही कारण है कि अरविंद केजरीवाल पिछले कुछ समय से अपना पूरा ध्यान उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में लगा रहे हैं।