पुलिस कर्मियों ने भांग के पौधों को नष्ट किया
क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है भांग का खेत
UTTARKASHI: उत्तराखंड में भांग की खेती एक लंबे समय से होती आ रही है। हालांकि सरकार द्वारा इसके लिए कड़े निरीक्षण के बाद लाइसेंस भी जारी किए जाते हैं लेकिन बावजूद इसके अवैध तरीके से भी बड़े पैमाने पर खेती की जा रही है।
उत्तराखंड में चकराता, हरसिल एवं उत्तरकाशी में ऐसे कई स्थान हैं जहां भांग की खेती को चोरी-छिपे किया जाता है और यदि सूचना के बाद स्थानीय पुलिस ऐसे फसल को नष्ट करती है तो कोई सामने नहीं आता। अधिकांशतः ऐसे कम ही मामले देखते हैं जब पुलिस को इन भांग के खेतों के बारे में जानकारी मिल पाती है लेकिन जानकारी मिलने के बाद पुलिस जरूर इन क्षेत्रों में घुसकर फसल को नष्ट करती है।
उत्तरकाशी के भटवाड़ी क्षेत्र में पुलिस ऐसे ही खेत में घुसी जिसे जंगली बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि यहां भटवारी क्षेत्र में एक बड़े भाग में भांग के पौधे खुद ही उग आए हैं जो अब लाभ देने की स्थिति में पहुंचने वाले थे। इस सूचना पर पुलिस ने आज की जंगली खेत में घुसकर भांग की पूरी फसल को नष्ट कर दिया है।
http://www.bhilanganaexpress.in/2021/06/22/janiye-kis-haal-me-ha-vikas-dubey-ko-maar-girane-wali-team/
वही भांग का यह खेत क्षेत्र में चर्चाओं का विषय बना हुआ है पुलिस भले ही इसे खुद ही तैयार हुई फसल बता रही है लेकिन कहा जा रहा है कि नशा तस्करों द्वारा जंगलों में इसी प्रकार से भांग के बीज डालकर फसल उगाई जाती है इस दौरान यदि फसल पक जाए तो चोरी-छिपे फसल को काट लिया जाता है अन्यथा सूचना मिलने पर पुलिस ऐसे खेतों को नष्ट कर देती है।
उधर उत्तरकाशी के एसपी मणिकांत मिश्रा का कहना है कि जिले में नशे नशे का कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है और जो भी व्यक्ति नशे की डील में लिप्त पाया गया उसे किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।