दरोगा के पक्ष में सोशल मीडिया पर जबरदस्त ट्रोलिंग
Dehradun: उत्तराखंड में इन दिनों रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा के साथ मसूरी के एक दरोगा का विवाद सोशल मीडिया पर छा रखा है। दो दिन पूर्व मसूरी के माल रोड में घूमते वक्त मास्क लगाने को लेकर दरोगा का विधायक के साथ विवाद हुआ था और इस दौरान बनाया गया वीडियो पूरे प्रदेश में वायरल हो गया था।
विवाद हुआ अधिकारियों ने दरोगा को मसूरी से हटाकर कालसी स्थानांतरित कर दिया। दरोगा के स्थानांतरण के साथ ही सोशल मीडिया पर उत्तराखंड पुलिस की जबरदस्त तरीके से ट्रोलिंग होने लगी। सोशल मीडिया पर दरोगा को सहानुभूति मिलने लगी और कहा गया कि दरोगा के साथ गलत कार्रवाई की गई है।
स्थितियां नियंत्रण करने के बावजूद सोशल मीडिया दरोगा के पक्ष में टिप्पणियां देता रहा। आखिरकार सोशल मीडिया पर Doon Police की हो रही किरकिरी के बाद दलील दी गई कि यह स्थानांतरण विधायक के साथ विवाद के कारण नहीं बल्कि एक ही थाने में तीन साल से अधिक तैनात ना रहने के नियम के तहत किया गया है। यही नहीं एक और कारण दिया गया है इसमें कहा गया है कि अगर विवाद था भी तो दरोगा को सोशल मीडिया या किसी भी मीडिया के साथ बयानबाजी करने का अधिकार नहीं था। यदि कोई ऐसा विवाद था तो उसके लिए सीओ स्तर के अधिकारी को ही सार्वजनिक बयान देने का अधिकार मिला हुआ है।
फिलहाल यह मामला इतनी आसानी से थम जाएगा इसकी उम्मीद कम ही है क्योंकि जहां दरोगा के ट्रांसफर का विरोध किया जा रहा है तो वही कुछ संगठनों ने तो दरोगा को प्रमोशन देने तक की मांग उठा दी है। फिलहाल पुलिस अधिकारी मामले को ठंडा करने का प्रयास कर रहे हैं।