जानिए कैसा रहेगा वर्ष 2024 में आज का आपका पहला दिन

🙏🏻 हर हर महादेव🙏🏻
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌤️ *दिनांक – 01 जनवरी 2024*
🌤️ *दिन – सोमवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2080*
🌤️ *शक संवत -1945*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – शिशिर ॠतु*
🌤️ *मास – पौष ( गुजरात और महाराष्ट्र अनुसार मार्गशीर्ष)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – पंचमी दोपहर 02:28 तक तत्पश्चात षष्ठी*
🌤️ *नक्षत्र – मघा सुबह 08:36 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी*
🌤️ *योग – आयुष्मान 02 जनवरी प्रातः 04:36 तक तत्पश्चात सौभाग्य*
🌤️ *राहुकाल – सुबह 08:37 से सुबह 09:59 तक*
🌞 *सूर्योदय-07:17*
🌤️ *सूर्यास्त- 18:06*
👉 *दिशाशूल – पूर्व दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण-
💥 *विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *कर्ज हो तो* 🌷
💰 *किसी के सिर पर कर्जा है तो एक सफेद कपड़ा ले लिया और पाँच फूल गुलाब के ले लिए |एक फूल हाथ में लिया और गायत्री मंत्र बोल देना :*
🌷 *ॐ भू र्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् |*
🌹 *और कपड़े पर रख दिया | ऐसे पाँचो फूल गायत्री मंत्र जपते हुये कपडे पर रख दिये और कपड़े को गठान लगाईं और प्रार्थना पूर्वक कि मेरे सिर पर जो भार है.. हे भगवान, हे भागीरथी गंगा !! वो भार भी बह जाये, दूर हो जाये, नष्ट हो जाये ऐसा करके जो कपड़ा बाँधा है फूल रखकर वो बहते हुए पानी में (नदी में) बहा दे |*
🙏🏻
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *पौष मास* 🌷
🙏🏻 *पौष हिन्दू धर्म का दसवाँ महीना है। इस वर्ष 27 दिसम्बर 2023 (उत्तर भारत हिन्दू पंचांग के अनुसार) से पौष का आरम्भ हो गया है। (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार अभी मार्गशीर्ष मास है।) पौष मास की पूर्णिमा को अधिकांशतः चंद्र पुष्य नक्षत्र में होते हैं। तैत्तिरीय संहिता में पौष का नाम सहस्य बताया गया है। यह मास दक्षिणायनांत है। पौष मास में अधिकांशतः सूर्य धनु राशि में होते हैं। पौष मास को खर मास बहुत से लोग मानते हैं और इसमें कोई शुभ कार्य नहीं करते विशेषतः जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर जाएँ।*
🌷 *महाभारत अनुशासन पर्व* *अध्याय 106 के अनुसार “पौषमासं तु कौन्तेय भक्तेनैकेन यः क्षिपेत्। सुभगो दर्शनीयश्च यशोभागी च जायते।।” जो पौष मास को एक वक्त भोजन करके बिताता है वह सौभाग्यशाली, दर्शनीय और यश का भागी होता है ।*
🙏🏻 *शिवपुराण के अनुसार पौषमास में पूरे महिनेभर जितेन्द्रिय और निराहार रहकर द्विज प्रात:कालसे मध्यांन्ह कालतक वेदमाता गायत्रीका जप करें | तत्पश्चात रातको सोने के समयतक पंचाक्षर आदि मन्त्रों का जप करें | ऐसा करनेवाला ब्राह्मण ज्ञान पाकर शरीर छूटने के बाद मोक्ष प्राप्त कर लेता हैं |*
🙏🏻 *शिवपुराण के अनुसार पौष मास में नमक के दान से षडरस भोजन की प्राप्ति होती है।*
🙏🏻 *पौषमास में शतभिषा नक्षत्र के आने पर गणेश जी की पूजा करनी चाहिए*
🌷 *महाभारत अनुशासन पर्व में ब्रह्मा जी कहते हैं*
*पौषमासस्य शुक्ले वै यदा युज्येत रोहिणी। तेन नक्षत्रयोगेन आकाशशयनो भवेत्॥*
*एकवस्त्रः शुचिः स्नातः श्रद्दधानः समाहितः। सोमस्य रश्मयः पीत्वा महायज्ञफलं लभेत्॥*
🙏🏻 *पौषमास के शुक्ल पक्ष में जिस दिन रोहिणी नक्षत्र का योग हो, उस दिन की रात में मनुष्य स्नान आदि से शुद्ध हो एक वस्त्र धारण करके श्रद्धा और एकाग्रता के साथ खुले मैदान में आकाश के नीचे शयन करे और चन्द्रमा की किरणों का ही पान करता रहे । ऐसा करने से उसको महान यज्ञ का फल मिलता है।*
🙏🏻 *ब्रह्मवैवर्तपुराण, प्रकृतिखण्ड के अनुसार चैत्र, पौष तथा भाद्रपद मास के पवित्र मंगलवार को भगवान विष्णु ने भक्ति पूर्वक तीनों लोकों में लक्ष्मी पूजा का महोत्सव चालू किया। वर्ष के अन्त में पौष की संक्रान्ति के दिन मनु ने अपने प्रांगण में इनकी प्रतिमा का आवाहन करके इनकी पूजा की। तत्पश्चात तीनों लोकों में वह पूजा प्रचलित हो गयी।*
🙏🏻 *शिवपुराण के अनुसार धनु की संक्रांति से युक्त पौषमास में उष:काल में शिव आदि समस्त देवताओं का पूजन क्रमश: समस्त सिद्धियों की प्राप्ति करानेवाला होता हैं | इस पूजन में अगहनी के चावल से तैयार किये गये हविष्य का नैवेद्य उत्तम बताया जाता हैं | पौषमास में नाना प्रकार के अन्नका नैवेद्य विशेष महत्त्व रखता हैं |*

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🙏🍀🌷🌻🌺🌸🌹🍁🙏 2024 का वार्षिक राशिफल

मेष राशिफल 2024
मेष राशि का स्वामी मंगल है, जो जीवन में पराक्रम और उत्साह का कारक होता है। मेष राशि के जातक सुंदर, आकर्षक और कलात्मक होते हैं। मेष राशि के लोग स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं। सही और गलत को लेकर इनका अपना अलग नजरिया होता है। इनमें गजब की नेतृत्व क्षमता होती है और ये लोग अपना रास्ता खुद बनाने में यकीन रखते हैं।

राशि स्वामी- मंगल
राशि नामाक्षर- चु,चे,चो,ला,ली,लू,ले,लो,अ
आराध्य -श्री हनुमान जी
भाग्यशाली रंग – लाल
राशि अनुकूल वार- मंगलवार, बृहस्पतिवार, रविवार

करियर
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। वर्ष के आरंभ से अप्रैल तक सप्तम भाव पर गुरु की दृष्टि के प्रभाव से आप व्यवसाय और कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता प्राप्त करेंगे। नवीन व्यापार शुरू करने के लिए अच्छा समय है। राशि में स्थित गुरु नवीन विचारधारा और नई योजनाओं को जन्म देगा, जिससे अपने व्यापार को और मजबूत बना सकते हैं। द्वादश भाव में भाव में स्थित राहु के प्रभाव से कार्यों में गुप्त शत्रुओं द्वारा रूकावटों को आप अपने विवेक से अनुकूल बना लेंगे। द्वादश भाव का राहु व्यावसायिक यात्राएं भी देगा यदि आप विदेश जाने की चाह रखते हैं, तो इस वर्ष में इसके लिए तैयारी शुरू कर सकते हैं। विदेश से जुड़े कामों में आपको सफलता भी मिल सकती है। नौकरी करने वालों के लिए छठें भाव का केतु स्थांतरण के योग बना सकता है। वैसे नौकरी और व्यवसाय के मामले में साल 2024 अच्छा ही रहने वाला है।

परिवार
पारिवारिक दृष्टि से या वर्ष अनुकूल रहेगा आपके परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। अप्रैल के बाद परिवार में सदस्य संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। भाई बहनों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। द्वादश भाव में स्थित राहु की दृष्टि चतुर्थ भाव में होने से कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन राशि में स्थित गुरु इस स्थिति को अनुकूल बना देंगे। संतान की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ बहुत उत्तम रहेगा। पंचम स्थान पर गुरु और शनि ग्रह की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से आपके बच्चों की उन्नति होगी। यदि आपकी संतान विवाह के योग्य हैं तो उनका विवाह संस्कार भी हो सकता है। संतान जन्म होने से भी आपके घर में खुशी आ सकती है।

स्वास्थ्य
वर्ष के प्रारंभ से राशि में स्थित गुरु के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य अनुकूल बना रहेगा। आपके मन में सदैव अच्छे विचार आएंगे जिससे आप मानसिक रूप से संतुष्ट रहेंगे। मौसम जनित रोगों से स्वास्थ्य पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा किंतु अप्रैल के बाद स्वास्थ्य को लेकर कुछ सावधानियां आवश्यक होगी। राहु और केतु का गोचर आपके बारहवें और छठे भाव पर होगा इसलिए अचानक से लगने वाली बीमारियां और संक्रमण वाले रोगों से आपको सावधान रहना होगा।

आर्थिक स्थिति
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ उत्तम रहेगा। व्यापार अनुकूलता के कारण धनागम में वृद्धि होगी। एकादश स्थान का शनि आपको व्यापार से लाभ प्राप्त करवा सकते है। परिवार में मांगलिक कार्य के चलते धन का व्यय हो सकता है। द्वादश राहु के कारण आप निवेश के मामले में सावधान रहें यदि निवेश करना चाहते हैं तो उसे क्षेत्र से जुड़े अनुभवी लोगों की सलाह अवश्य लें सभी कार्य योजनाबद्ध तरीके से ही संपन्न करें।

परीक्षा प्रतियोगिता
यह वर्ष प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता की दृष्टि से अनुकूल रहेगा। यदि उच्च शिक्षा हेतु उच्च शैक्षिक संस्थान में प्रवेश पाना चाहते हैं तो वर्ष का प्रारंभ अनुकूल है। पंचम स्थान में गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा रहेगा।

उपाय
मंगलवार के दिन व्रत रखें और हनुमान जी की पूजा अवश्य करें। साथ ही इस दिन हनुमान चालीसा अथवा बजरंग बाण का पाठ अवश्य करें। प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य दें।

वृषभ राशिफल
वृषभ राशि के लोग स्वभाव से बहुत शांत और कोमल होते हैं। इस राशि के लोग अपनी क्षमता को अच्छी तरह से जानते हैं। इन्हें धन, संपत्ति और मान-सम्मान अच्छा लगता है। इस राशि के जातक दृढ़निश्चयी होते हैं। कठोर से कठोर फैसले लेने से भी हिचकते नहीं हैं। वृषभ राशि के लोगों को अनुशासन पसंद होता है और वो इसमें कभी भी लापरवाही करना पसंद नहीं करते हैं।

राशि स्वामी- शुक्र
राशि नामाक्षर- ई,उ,ए,ओ,वा,वू,वे,वो
आराध्य – श्रीदुर्गा जी
भाग्यशाली रंग- सफेद, चमकीला सफेद
राशि अनुकूल वार- शुक्रवार, बुधवार, शनिवार

करियर
वृषभ राशि के लिए करियर की दृष्टि से यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस वर्ष शनि आपकी राशि से दशम भाव में रहने वाले हैं जिसके चलते आपको कड़ी मेहनत का पूरा परिणाम मिलेगा। वर्ष के आरंभ में द्वादश स्थान में गुरु के गोचरीय प्रभाव से कार्य व्यवसाय में विदेशी संबंधों से लाभ प्राप्त होगा। नौकरी करने वालों को अपने कार्य स्थल पर मान सम्मान प्राप्त होगा। मई से सप्तम स्थान पर गुरु एवं शनि ग्रह की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से व्यापार में अच्छा लाभ प्राप्त होगा। मई से वर्षांत तक राशि स्थान का गुरु व्यापार में नए अवसरों को प्रदान करेगा। ग्यारहवें भाव में स्थित राहु का गोचर धन आगमन के नए मार्ग बनाएगा।

परिवार
वर्ष के आरंभ में चतुर्थ स्थान पर गुरु और शनि ग्रह की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से पारिवारिक अनुकूलता बनी रहेगी। परिवार में परस्पर सहयोग और भावनात्मक लगाव रहेगा। अप्रैल के बाद का समय और अनुकूल हो रहा है। आपके परिवार में पुत्र आदि का विवाह या मांगलिक कार्य संपन्न होंगे। सप्तम स्थान पर गुरु एवं शनि के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होंगे। समय काफी अनुकूल हो रहा है आपके बच्चे अपने परिश्रम से आगे बढ़ेंगे वह शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति प्राप्त करेंगे।

स्वास्थ्य
द्वादश स्थान के गुरु आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव की स्थिति बना सकते हैं। गुरु ग्रह के अग्नि तत्व राशि में होने के कारण पित्त या पेट संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। परंतु अप्रैल के बाद गुरु ग्रह का गोचरीय प्रभाव राशि स्थान में होने से स्वास्थ्य, दिनचर्या और आहार संबंधी सुधार आना शुरू हो जाएगा।

आर्थिक स्थिति
एकादश स्थान के राहु इस वर्ष अचानक लाभ कराते रहेंगे। अप्रैल से देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि में होने के कारण सर्व प्रकारण उन्नति होगी। आपके प्रयास से आपकी आर्थिक स्थिति सृदृढ़ होगी। जमीन जायदाद से संबंधित रुके हुए कार्य इस वर्ष संपन्न होने की पूरी संभावना बनती है।

परीक्षा प्रतियोगिता
वर्ष आरंभ में परीक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में विशेष सफलता नहीं मिलेगी। अप्रैल के बाद देवगुरु बृहस्पति के गोचर राशि में होने के बाद समय पूर्णता अनुकूल हो जाएगा। देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि पंचम भाव में होने के कारण प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता मिलेगी। अनुभवी और गुरु समान व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त होगा।

उपाय
इस वर्ष माता-पिता, गुरु, साधु संन्यासी और अपने से बड़े लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करें, मंदिर या धार्मिक स्थान पर केला या बेसन के लड्डू वितरित करें और नित्य प्रात काल सूर्य भगवान को अर्घ्य दें।

मिथुन राशिफल 2024
मिथुन राशि के जातक बहुत आकर्षक होते हैं। वे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होते हैं। जीवन में हमेशा कुछ नया करना चाहते हैं। इस राशि के लोग बुद्धिमता को महत्व देते हैं। इस राशि के लोग बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। राशि स्वामी बुध होने के कारण यह अपने बोलने के अनोखे अंदाज से दूसरों को आकर्षित कर लेते हैं।

राशि स्वामी – बुध
राशि नामाक्षर – का,की,कु,घ,छ,के,को,हा
आराध्य -श्री गणेश जी
भाग्यशाली रंग – हरा
राशि अनुकूल वार- बुधवार, शुक्रवार, शनिवार

करियर
वर्ष की शुरुआत में सप्तम स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आप व्यापार में उन्नति प्राप्त करेंगे। नया व्यापार करने के लिए समय अनुकूल है। व्यापार में आपको भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। एकादश स्थान पर गुरु एवं शनि के संयुक्त गोचरीय प्रभाव से अधिकारियों व वरिष्ठ लोगों का सहयोग मिलेगा तथा आय में वृद्धि होगी। वर्ष भर शनि की तीसरी दृष्टि आपके आय भाव पर पड़ती रहेगी। इससे आपकी आय अच्छी होगी और सबसे खास बात यह है कि आप बचत करने के बारे में सोचेंगे। अप्रैल के बाद से गुरु का गोचर बारहवें में भाव पर होगा इसलिए ज़्यादातर पैसा आपकी यात्राओं पर खर्च होगा।

परिवार
वर्ष के आरंभ में व्यस्तता के कारण आप अपने परिजनों को अधिक समय नहीं दे पाएंगे। परंतु आपके परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। आपको भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। तृतीय स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पंचम स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आपके बच्चों की उन्नति होगी। वह अपने बौद्धिक बल से अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। नव विवाहित व्यक्तियों को संतान की प्राप्ति हो सकती है। अप्रैल के बाद समय थोड़ा प्रभावित हो सकता है अतः उसे समय विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी।

स्वास्थ्य
मानसिक रूप से इस वर्ष आप संतुष्ट रहेंगे। किसी प्रकार की कोई चिंता परेशानी नहीं होने के कारण आपका स्वास्थ्य इस वर्ष अनुकूल बना रहेगा। अप्रैल के बाद समय पर प्रतिकूल होने के कारण छोटी-मोटी बीमारियों से आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इसलिए योगाभ्यास और नियमित दिनचर्या से स्वयं को संतुलित रखने का प्रयास करना चाहिए।

आर्थिक स्थिति
एकादश भाव में गुरु के प्रभाव से धनागम में निरंतरता बनी रहेगी। यह वर्ष धन आगमन के स्रोतों में वृद्धि के लिए विशेष अनुकूल है। इस समय के अंतराल में आप कोई बड़ा निवेश करेंगे। निवेश या आर्थिक मामले में कोई बड़ा निर्णय लेने से पहले उसे क्षेत्र से जुड़े अनुभवी लोगों की सलाह अवश्य लें। केतु के इस साल चतुर्थ भाव में रहने से आपको ज़मीन से जुड़े कोई काम या पैतृक संपत्ति के लिए अचानक से कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती हैं।

परीक्षा प्रतियोगिता
पंचम स्थान पर गुरु की दृष्टि विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष शुभ है। इस वर्ष उच्च शिक्षा हेतु श्रेष्ठ शैक्षिक संस्थान में प्रवेश मिल जाएगा। अप्रैल के बाद छठे स्थान पर गुरु और शनि के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से प्रतियोगिता परिक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी। जो लोग विदेश में जाकर शिक्षा प्राप्त के लिए प्रयास कर रहे हैं उनको इस वर्ष अप्रैल के बाद सफलता मिलेगी।

उपाय
गुरुवार के दिन चने की दाल, केला, बेसन के लड्डू इत्यादि पीली वस्तुओं का दान करें। गुरुवार का व्रत रखें। बुधवार को गणपति भगवान के मंदिर में दूर्वा चढ़ाएं।
कर्क राशिफल 2024
कर्क राशि के लोग बहुत भावुक होते हैं और दूसरों के जीवन से बहुत मतलब रखते हैं। इस राशि के लोगों को अपने जन्म स्थान से काफी लगाव होता है। चंद्रमा की वजह से इन्हें स्थान परिवर्तन करते रहना पड़ता है। स्वभाव में दृढ़ता होती है, साथ में दुर्बलता भी रहती है। इनकी मनःस्थिति परिवर्तनशील होती है। कर्क राशि वाले जातक अपनी शर्तों पर चलते हुए सज्जनता और विनम्रता का प्रदर्शन करते हैं।

राशि स्वामी -चन्द्रमा
राशि नामाक्षर -ही,हु,हे,हो,डा,डी,डू,डे,डो
आराध्य -श्री शिव जी
भाग्यशाली रंग -सफेद, पीला
राशि अनुकूल वार-सोमवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार

करियर
वर्ष के प्रारंभ में देवगुरु बृहस्पति दशम भाव में अपना गोचरीय प्रभाव देंगे इसलिए आप अपने कार्यक्षेत्र में अच्छा लाभ प्राप्त करेंगे। अनुभवी साझेदारी के मिलने से व्यवसाय को एक नया मोड़ मिलेगा और व्यापार में अधिक लाभ प्राप्त होगा। अप्रैल के बाद एकादश स्थान के गुरु आपके व्यापार में आय की वृद्धि करेंगे। अष्टम स्थान का शनि आपके कार्य व्यवसाय में अवरोध भी उत्पन्न करेंगे परंतु आप अपने विवेक से उसे अनुकूल बना लेंगे।

परिवार
चतुर्थ स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आपके परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। आपके जीवनसाथी के साथ आपके संबंध और मधुर होंगे। गुरु ग्रह के दृष्टि प्रभाव से आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और सामाजिक कल्याण के कार्य भी करेंगे। अप्रैल के बाद पंचम स्थान पर गुरु की दृष्टि प्रभाव से नव विवाहित व्यक्तियों को संतान की प्राप्ति हो सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति के शुभ योग बने हुए हैं। यदि संतान विवाह योग्य है तो विवाह होने की संभावना इस वर्ष पूर्ण रूप से बनती है।

स्वास्थ्य
इस वर्ष राशि से अष्टम भाव में शनि का गोचर आपको मानसिक रूप से कष्ट देते रहेंगे। अष्टम भाव का शनि कभी-कभी मौसम जनित बीमारियों से परेशान भी कर सकता है। अप्रैल तक गुरु ग्रह का गोचर दशम स्थान में होने से आपके स्वास्थ्य में अनुकूलता प्रदान करेगा। अप्रैल के बाद स्वास्थ्य पर विशेष देना चाहिए। राहु की दृष्टि राशि पर होने समय समय पर मानसिक शांति प्रभावित होती रहेगी।

आर्थिक स्थिति
इस वर्ष द्वितीय स्थान पर गुरु और शनि की दृष्टि प्रभाव से भूमि भवन वाहन इत्यादि वस्तुओं की प्राप्ति होगी। अप्रैल के बाद एकादश स्थान में गुरु ग्रह के गोचर प्रभाव से आपका रुका हुआ धन मिल सकता है। साथ ही धनागम में वृद्धि होगी। अष्टम भाव में शनि के गोचर की वजह से कुछ अचानक धन लाभ भी हो सकता है किंतु कहीं पर निवेश सोच समझकर करें अन्यथा हानि का सामना करना पड़ सकता है।

परीक्षा प्रतियोगिता
प्रतियोगिता परीक्षा के लिए वर्ष बहुत अच्छा रहेगा। छठे स्थान पर गुरु और शनि की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से प्रतियोगिता परीक्षार्थियों को परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी। अप्रैल के बाद गुरु ग्रह की पंचम भाव में दृष्टि शिक्षा हेतु अनुकूल है। विद्यार्थियों की शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ेगी और शिक्षा के क्षेत्र में उन्हें आशा की सफलता मिलेगी।

उपाय
इस वर्ष प्रत्येक मंगलवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में दर्शन और हनुमान चालीसा का पाठ करें। यदि संभव हो तो सुंदरकांड का पाठ शनि की अष्टम ढैया से आपको काफी राहत प्रदान करेगा। शनिवार के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।

 

सिंह राशिफल 2024
राशि चक्र में पंचम राशि सिंह है और इसका स्वामी सूर्य है। सिंह राशि के स्वभाव में नेतृत्व का गुण जन्मजात होता है। इस राशि व्यक्ति निडर, साहसी और दृढ़-निश्चयी होते हैं। यह लोग एक राजा की तरह जिंदगी जीने में यकीन रखते हैं। इनका व्यक्तित्व बेहद जोशीला और आकर्षक होता है। इनके अनोखे अंदाज की वजह से लोग इनके प्रति बहुत जल्दी आकर्षित हो जाते हैं।

राशि स्वामी -सूर्य
राशि नामाक्षर -मा,मी,मू,मे,मो,टा,टी,टू,टे
आराध्य -श्री विष्णु नारायण
राशि अनुकूल रंग -सुनहरा,लाल
राशि अनुकूल वार-रविवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार

करियर
इस वर्ष सप्तम शनि के प्रभाव से आपके कार्य व्यवसाय में सफलता प्राप्ति होगी किंतु प्रगति की गति इस वर्ष शनि के प्रभाव से कुछ धीमी रह सकती है। यदि आप साझेदारी में कार्य कर रहे हैं तो इस वर्ष इच्छित लाभ प्राप्त होगा। अपने से वरिष्ठ लोगों के साथ साझेदारी करना इस वर्ष के लाभदायक रहेगा। अप्रैल के बाद गुरु का गोचर दशम भाव पर होने से वरिष्ठ लोगों या बड़े अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी करने वाले व्यक्तियों की पदोन्नति हो सकती है। भूमि से संबंधित कार्य करने वाले व्यक्तियों को इस वर्ष लाभ प्राप्त होगा।

परिवार
वर्षारंभ में अधिक भागदौड़ के कारण परिजनों को अधिक समय नहीं दे पाएंगे। परिवार में परस्पर सहयोग और भावनात्मक प्रेम में वृद्धि होगी। पिता के लिए समय अच्छा है। परंतु ससुराल पक्ष से कुछ तनाव मिल सकता है। पंचम स्थान पर गुरु के दृष्टि प्रभाव से नव विवाहित व्यक्तियों को संतान की प्राप्ति होगी और अप्रैल के बाद उच्च शिक्षण संस्थान में प्रवेश मिल सकता है। इस पूरे साल आपको राहु से सतर्क रहना चाहिए। राहु आपके अष्टम भाव में गोचर करेगा, इसलिए बार-बार छोटी-छोटी दुर्घटनाएं या परिवार से विवाद होता रहेगा।

स्वास्थ्य
अप्रैल तक नवम भाव पर गुरु का गोचर और उनकी पंचम दृष्टि लग्न पर होने से शारीरिक आरोग्यता की प्राप्ति व कार्य क्षमताओं में वृद्धि के प्रबल संकेत हैं। गुरु ग्रह के गोचर के बाद अष्टम स्थान का राहु अचानक ही स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। अतः समय-समय पर स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देना व सतर्क होना आवश्यक होगा।

आर्थिक स्थिति
इस वर्ष अप्रैल के बाद चतुर्थ स्थान पर गुरु और शनि के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से भूमि, भवन, वाहन की प्राप्ति हो सकती है। किंतु राहु ग्रह का गोचर अष्टम भाव में होने से शेयर बाजार आदि में निवेश के लिए यह वर्ष अनुकूल नहीं है। राहु और केतु पैतृक संपत्ति पर कोई विवाद दे सकते हैं।

परीक्षा प्रतियोगिता
पंचम स्थान पर गुरु के दृष्टि प्रभाव से यह वर्ष शिक्षा के लिए अनुकूल है। अप्रैल के बाद छठे स्थान पर गुरु के दृष्टि प्रभाव से प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को आशातीत सफलता मिलेगी। इस वर्ष गुरु के प्रभाव से शिक्षा के क्षेत्र में लंबी यात्रा होगी। यात्रा के दौरान अच्छे मित्र की प्राप्ति होगी।

उपाय
इस वर्ष आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ और नित्य सूर्य को अर्घ्य देना आपके लिए लाभदायक होगा। शुक्रवार को दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और श्रीदुर्गा जी के मंदिर में एक नारियल और चुनरी चढ़ाएं।

कन्या राशिफल 2024
कन्या राशि के जातकों का स्वभाव से विनम्र और मृदुभाषी होता है। यह लोग सच्चे दोस्त साबित होते हैं और दोस्ती निभाने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। किसी भी तरह की मुश्किल आने पर यह लोग पहले घबरा जाते हैं लेकिन फिर खुद को संभालकर स्थिति पर नियंत्रण पाते हैं। इनकी विनम्रता को लोग कभी-कभी इनकी कमजोरी समझ लेते हैं। इनमें हर मुद्दे को समझने की क्षमता होती है।

राशि स्वामी -बुध
राशि नामाक्षर -टो,पा,पी,पू,ष,ण,ठ,पे,पो
आराध्य -श्री गणेश जी
भाग्यशाली रंग -हरा
राशि अनुकूल वार-बुधवार, शुक्रवार, शनिवार

करियर
इस वर्ष अपने परिश्रम के बल पर कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करेंगे। सप्तम स्थान का राहु आपके व्यवसाय में उतार चढ़ाव का योग बन रहा है। अतः इस समय के अंतराल में आप कोई नया व्यापार प्रारंभ ना करें। अष्टमस्थ गुरु के प्रभाव से आपके कार्यक्षेत्र में गुप्त शत्रुओं द्वारा रुकावटें डाली जा सकती हैं। किंतु अप्रैल के बाद गुरु ग्रह का गोचर नवम भाव में होने से स्थितियों में आशातीत सुधार होगा। आप नए उत्साह से अपने कार्य व्यवसाय को अच्छी गति दे पाएंगे। इस वर्ष शनि का गोचर छठे भाव में रहेगा, शनि प्रतिस्पर्धा में आपको विजयी बनाएंगे।

परिवार
चतुर्थ एवं द्वितीय स्थान पर गुरु के दृष्टि प्रभाव से आपके परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। आपको परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। सप्तम स्थान का राहु आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य तथा उसके साथ संबंधों में समस्याएं उत्पन्न करेगा या किसी कार्यवश आप अपने घर से दूर रह सकते हैं। अप्रैल तक संतान की शिक्षा व स्वास्थ्य के मामले में सतर्क रहें। अप्रैल के बाद समय शुभ है। आपके बच्चों का भाग्योदय होगा तथा शिक्षा में वह बेहतर करेंगे। नवविवाहित व्यक्तियों के लिए संतान प्राप्त की संभावनाएं भी बनेगी।

स्वास्थ्य
अष्टमस्थ गुरु और लग्न स्थान पर राहु की दृष्टि के कारण आपके स्वास्थ्य में इस वर्ष उतार-चढ़ाव बना रहेगा। यदि पहले से कोई बीमारी है तो सावधानी की अधिक आवश्यकता रहेगी। अप्रैल के बाद राशि स्थान पर गुरु की पंचम दृष्टि प्रभाव से आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा। मानसिक स्थिति बेहतर होगी। राशि में केतु के प्रभाव से धार्मिक कृतियों में रुचि बढ़ेगी जिससे आप मानसिक रूप से संतुष्ट और शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस करेंगे।

आर्थिक स्थिति
अप्रैल तक पैतृक संपत्ति के साथ-साथ परिवार का विश्वास प्राप्त होगा। अप्रैल के बाद नवम स्थान का गुरु आर्थिक उन्नति के लिए अच्छा रहेगा। गुरु ग्रह का गोचर अनुकूल होने के कारण आपके धनागम में वृद्धि होगी। छठे भाव में शनि ग्रह का गोचर बाहर अथवा विदेश से कुछ धनागम की संभावनाएं दे रहा है। आपके आय के स्रोत इस वर्ष कुछ नए माध्यम से भी हो सकते हैं।

परीक्षा प्रतियोगिता
प्रतियोगिता परीक्षा के लिए यह वर्ष शुभ रहेगा। छठे स्थान में शनि के प्रभाव से आप प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करेंगे। यदि आप विदेश जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो इस वर्ष आपकी या इच्छा पूरी हो सकती है। राशि पर केतु के प्रभाव और उनके पंचम स्थान पर दृष्टि की वजह से यदि आप आध्यात्मिक शिक्षा के लिए प्रयासरत हैं तो इस वर्ष आपको सफलता मिलेगी।

उपाय
इस वर्ष गुरुवार का व्रत करें। गुरुवार को पीली वस्तुओं या बेसन के लड्डू का दान करें। शनिवार को काले कुत्ते को रोटी खिलाएं और राहु के मंत्रों का जाप करें।

तुला राशिफल 2024
राशि चक्र की सातवीं राशि तुला है। इसका संकेत तराजू है,जो इस राशि के संतुलन की सहज भावना को दर्शाता है। इस राशि के लोग हमेशा सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास करते हैं। तुला राशि के जातकों का व्यक्तित्व संचारक होता है। वह किसी भी परिस्थिति से अपने निपटने में निपुण है। वह कूटनीतिक, चतुर और अविश्वनीय रूप से करिश्माई होते हैं।

राशि स्वामी -शुक्र
राशि नामाक्षर -रा,री,रू,रे,रो,ता,ती,तू,ये
आराध्य – श्रीदुर्गा जी
भाग्यशाली रंग -सफेद, सिल्वर
राशि अनुकूल वार- शुक्रवार, शनिवार, बुधवार

करियर
इस वर्ष सप्तम स्थान पर गुरु और शनि के संयुक्त गोचरीय प्रभाव से आपके व्यवसाय में उत्तम लाभ होगा। अप्रैल के बाद शत्रुओं द्वारा कार्यों में रुकावटें डाली जा सकती हैं। परंतु छठे भाव के राहु के प्रभाव से उन पर विजय प्राप्त करेंगे। बिजनेस में कुछ नया करने के बारे में सोच सकेंगे। मई से जब बृहस्पति की स्थिति बदलेगी और बृहस्पति आपकी राशि से आठवें घर में जाएंगे तो बिजनेस या नौकरी में आपको काफी सम्मान और लाभ मिलेगा। इस साल विदेश से जुड़ा आपका कोई सपना सच हो सकता है।

परिवार
साल की शुरुआत में आपको भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। सप्तमस्थ गुरु के प्रभाव से आपकी पत्नी के साथ संबंध मधुर होंगे। यदि आप अविवाहित हैं तो आपका विवाह हो सकता है। अप्रैल के बाद द्वितीय स्थान पर गुरु और शनि की संयुक्त दृष्टि के कारण आपके परिवार में सुख शांति रहेगी। संतान के लिए समय शुभ रहेगा आपके बच्चे अपने परिश्रम और पराक्रम के बल पर अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। अप्रैल के बाद अष्टम स्थान का गुरु आपकी संतान को मानसिक अशांति भी दे सकता है। जिसका नकारात्मक प्रभाव उनकी पढ़ाई लिखाई पर भी पड़ सकता है।

स्वास्थ्य
राशि स्थान पर गुरु की दृष्टि प्रभाव से आपके मन में अच्छे विचार आएंगे। अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपका खान-पान और दिनचर्या उत्तम होगी। यदि मौसम जनित कोई रोग बीमारी भी है तो आप शीघ्र ही स्वस्थ हो जाएंगे। मई में बृहस्पति आपकी राशि से आठवें घर में जाएंगे, तब आपको कुछ चीज़ों का ध्यान रखना होगा। इसके बाद छोटी बीमारी को भी गंभीरता से लें, क्योंकि इस दौरान बार-बार पेटदर्द की समस्या आपको हो सकती है।

आर्थिक स्थिति
आर्थिक दृष्टिकोण से वर्ष का प्रारंभ उत्तम रहेगा। आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए जीवनसाथी और बड़े भाई का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। अप्रैल के बाद द्वितीय और चतुर्थ स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आपको भूमि भवन वाहन इत्यादि का सुख प्राप्त होगा।

परीक्षा प्रतियोगिता
प्रतियोगिता परीक्षा के लिए यह वर्ष अत्यधिक अनुकूल रहेगा। छठे स्थान में राहु के प्रभाव से आप प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करेंगे। जो व्यक्ति नौकरी की तलाश में है उनको नौकरी मिल जाएगी। इस वर्ष विदेश जाकर शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों को सफलता मिलेगी।

उपाय
प्रतिदिन श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करें। सूर्य नमस्कार करें। घर में श्रीयंत्र की स्थापना करें और उसके सामने देशी घी का दीपक जलाएं।

वृश्चिक राशिफल 2024
वृश्चिक राशि के जातकों का व्यक्तित्व काफी प्रभावशाली होता है। इस राशि के लोग काफी आकर्षक व्यक्तित्व के माने जाते हैं। हालांकि ये ऐसे होते हैं कि अपनी भावनाओं को काबू में रख लेते हैं। सामने वाले लोग इनके मन की बातों को जल्द समझ नहीं सकते। मंगल राशि के स्वामित्व वाले इस राशि के लोगों को काफी साहसी और हिम्मतवाला माना जाता है।

राशि स्वामी -मंगल
राशि नामाक्षर -तो,ना,नी,नू,ने,नो,या,यी,यू
आराध्य -श्री हनुमान जी
भाग्यशाली रंग -लाल
राशि अनुकूल वार- मंगलवार, बृहस्पतिवार, रविवार

करियर
साल की शुरुआत आपके लिए काफी अच्छी रहेगी। नौकरी में उन्नति, विदेश यात्रा में सफलता, शत्रुओं पर जीत और आर्थिक लाभ, मतलब कह सकते हैं कि आपके लिए साल 2024 की शुरुआत वैसी ही होगी, जैसा कि सभी चाहते हैं। अप्रैल तक गुरु छठें भाव में रहेंगे। इस दौरान आप विरोधियों पर भारी पड़ेंगे। नयी परियोजना में आप आसानी से डील कर पाएंगे। मई से देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके व्यवसाय को बहुत अच्छा रखेगा। बिजनेस करने वालों को नए अवसर मिलेंगे।

परिवार
इस वर्ष चतुर्थ स्थान के शनि आपके परिवार में कुछ विषम परिस्थिति उत्पन्न कर सकते हैं। आपका पारिवारिक माहौल खराब हो सकता है। अप्रैल के बाद गुरु ग्रह का गोचर शुभ हो रहा है जिससे आपका पारिवारिक माहौल अनुकूल हो जाएगा। यदि आप अविवाहित हैं तो विवाह की पूर्ण संभावनाएं बनेंगी। पंचम भाव में राहु ग्रह का गोचर संतान के लिए अच्छा नहीं है। संतान को लेकर चिंताएं बढ़ सकती हैं। उसका स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है जिसका नकारात्मक प्रभाव उनकी शिक्षा पर भी पड़ सकता है। गर्भवती महिलाओं को गर्भ रक्षा हेतु विशेष सावधान रहने की आवश्यकता इस वर्ष रहेगी।

स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से वर्ष की शुरुआत कुछ छोटी-मोटी बीमारियों से हो सकती है। छठे स्थान का गुरु छोटी मेरी छोटी-मोटी बीमारियों से स्वास्थ्य प्रभावित कर सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य का ख्याल रखना होगा। अप्रैल के बाद देवगुरु बृहस्पति का गोचर स्वास्थ्य के लिए बेहद अनुकूल हो जाएगा। आप स्वयं को स्वस्थ और खुश मिजाज महसूस करेंगे। लेकिन वर्ष भर नियमित योग्य अभ्यास और स्वस्थ दिनचर्या का पालन करना चाहिए।

आर्थिक स्थिति
द्वितीय स्थान पर गुरु की दृष्टि प्रभाव से आप इच्छित बजट कर अपनी आर्थिक स्थिति को अच्छा बना सकते हैं। अप्रैल के बाद गुरु ग्रह का गोचर और अनुकूल हो रहा है उसे समय आपके मित्र या जीवनसाथी के माध्यम से धन लाभ हो सकता है। शनि का गोचर अचल सम्पत्ति का योग बना रहा है। वर्ष के प्रारंभ में द्वादश स्थान पर गुरु की दृष्टि से आपको विदेश यात्रा का अवसर मिल सकता है।

परीक्षा प्रतियोगिता
परीक्षा प्रतियोगिता के लिए यह वर्ष सामान्य फलदायक रहेगा। प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता प्राप्ति के लिए आपको अधिक परिश्रम करने की आवश्यकता है। जो विद्यार्थी विदेश या घर से दूर जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं उनके लिए यह वर्ष अनुकूल रहेगा। अप्रैल के बाद उनको मनवांछित स्थान पर जाकर शिक्षा प्राप्ति करने का अवसर प्राप्त होगा। राहु केतु के प्रभाव से यात्राएं होंगी और वह शिक्षा के क्षेत्र में सफलता दायक रहेंगी।

उपाय
माता-पिता गुरु साधु संन्यासी और अपने से बड़े लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करें। शनिवार को शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और श्री हनुमान जी के मंदिर में दर्शन पूजन वर्ष भर करते रहें।
धनु राशिफल 2024
धनु राशि के लोग बहुत अच्छे और हंसमुख स्वभाव के होते हैं। यह लोग अपने प्रभावी, असाधारण और आध्यात्मिक प्रवृति से किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित कर लेते हैं। इस राशि में जन्मे लोग महत्वाकांक्षी और दूसरों के लिए प्रेरणादायक होते हैं। यह पूरे उत्साह और साहस के साथ अपने काम को अंजाम देते हैं। इस राशि के लोग बातों से ज्यादा काम करके दिखाने में भरोसा रखते हैं। अपनी ईमानदारी और वफादारी ये यह लोग खूब मान-सम्मान कमाते हैं।

राशि स्वामी – बृहस्पति
राशि नामाक्षर -ये,यो,भा,भी,भू,धा,फा,ढ,भे
आराध्य -श्री विष्णु नारायण
भाग्यशाली रंग -पीला
राशि अनुकूल वार-बृहस्पतिवार, रविवार, मंगलवार

करियर
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष के प्रारंभ में आमदनी के नए स्रोत मिलने की उम्मीद है। इस वर्ष कोई नया कार्य प्रारंभ करेंगे तो उसमें सफलता मिलने की संभावना है। अप्रैल के बाद समय थोड़ा प्रभावित हो रहा है उस समय छठे भाव में गुरु के प्रभाव से आपके व्यवसाय में उतार-चढ़ाव का योग बन रहा है। किन्तु इस साल शनि आपकी राशि से तीसरे भाव में खुद के घर में होंगे। यह आपके लिए बेहद शुभ है। किसी भी कार्य को करने के लिए आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। आप भाग्य की जगह मेहनत पर यकीन करेंगे। जो लोग नौकरी बदलने या बिजनेस में कुछ नया करने का विचार कर रहे हैं, उनके लिए मई के बाद का समय काफी बेहतर हो सकता है।

परिवार
पारिवारिक दृष्टिकोण से यह वर्ष मिला-जुला रहेगा। व्यस्तता के कारण परिजनों को अधिक समय नहीं दे पाएंगे। अप्रैल तक पंचम भाव के गुरु के प्रभाव से नव विवाहित व्यक्तियों को संतान सुख की प्राप्ति होगी। संतान के लिए वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। पंचम स्थान के गुरु के प्रभाव से आपके बच्चों की शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ेगी। विवाह योग्य संतान का विवाह हो जाएगा। अप्रैल के बाद समय थोड़ा प्रतिकूल होने से उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। चौथे भाव पर राहु का गोचर पारिवारिक माहौल खराब कर सकता है इसलिए संतुलन बनाकर चलना होगा।

स्वास्थ्य
राशि स्थान पर गुरु की दृष्टि के प्रभाव से शारीरिक रूप से आप संतुष्ट और स्वस्थ रहेंगे। अप्रैल के बाद गुरु ग्रह का गोचर प्रतिकूल होने के कारण स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। छठे स्थान का गुरु पृथ्वी तत्व राशि में होने के कारण संक्रामक रोग या पेट संबंधित परेशानी दे सकता है।

आर्थिक स्थिति
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। एकादश स्थान पर गुरु ग्रह के दृष्टि प्रभाव से धनागम में निरंतरता बनी रहेगी परंतु अप्रैल के बाद गुरु ग्रह के गोचर के बाद आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं रहेगी। कुछ ऐसे खर्चे आ जाएंगे जिससे आपका बजट भी बिगड़ सकता है। किसी को पैसे उधार ना दें नहीं तो वापसी की उम्मीद कम है।

परीक्षा प्रतियोगिता
प्रतियोगिता परीक्षा के लिए यह वर्ष उत्तम रहेगा। पंचम भाव में गुरु के प्रभाव से उच्च शिक्षा के लिए प्रयासरत विद्यार्थियों को अच्छे शैक्षणिक संस्थान में प्रवेश मिल जाएगा। शनि की तीसरी दृष्टि का प्रभाव आपके पंचम भाव में रहेगा इसलिए परीक्षा प्रतियोगिता में सफलता के लिए अत्यधिक परिश्रम करने की आवश्यकता भी रहेगी। अप्रैल तक का समय बेहद अनुकूल है इसलिए इस समय पर अगर कोई परीक्षा प्रतियोगिता में आप सफलता प्राप्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं तो उसमें सफलता मिलेगी।

उपाय
माता-पिता गुरु संन्यासी और बड़े लोगों का आशीर्वाद लें। मंदिर या धार्मिक स्थान में केला या बेसन के लड्डू दान करें।
मकर राशिफल 2024
मकर राशि के लोगों में अच्छी संगठनात्मक क्षमता होती है। यह लोग काम के प्रति बहुत जूनूनी और समर्पित होते हैं। इस राशि के जातक अनुशासित, जिम्मेदार और व्यवहारिक प्रकृति के होते है। इन लोगों में गजब की तार्किक क्षमता होती है। यह लोग एक भरोसेमंद दोस्त साबित होते हैं। दूसरों की मुसीबत में यह लोग पूरा साथ देते हैं। इनमें दार्शनिकता का भाव ज्यादा होता है।

राशि स्वामी – शनि
राशि नामाक्षर -भो,जा,जी,खी,खू,खे,खो,गा,गी
आराध्य -श्री शिव जी
भाग्यशाली रंग – आसमानी नीला
राशि अनुकूल वार- शनिवार, बुधवार, शुक्रवार

करियर
इस वर्ष दशम स्थान पर देवगुरु बृहस्पति के प्रभाव से आपको कार्यक्षेत्र में अच्छा अच्छा लाभ प्राप्त होगा। अप्रैल के बाद समय और अनुकूल हो रहा है उस समय आप किसी के साथ मिलकर कोई नया कार्य प्रारंभ कर सकते हैं जिसमें आपको अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है। राहु- केतु भी आपको सपोर्ट करते रहेंगे। राहु आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा और आप जोखिम लेने के काबिल बनेंगे। इस दौरान आप कठिन परिश्रम करेंगे और अपनी नौकरी या बिजनेस में अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा कर पाने की स्थिति में होंगे। विदेश में काम के इच्छुक लोगों का सपना मई के बाद पूरा हो सकता है। राशि स्वामी शनि दूसरे भाव में होंगे। शनि स्वयं की राशि में होंगे, इसलिए आपको कोई विशेष हानि नहीं करेंगे।

परिवार
पारिवारिक और सामाजिक दृष्टिकोण से यह वर्ष शुभ रहेगा। वर्ष आरंभ में चतुर्थ स्थान में गुरु पर शनि की दृष्टि प्रभाव से आपका घरेलू वातावरण अनुकूल रहेगा। तृतीय भाव के राहु के प्रभाव से आपके पराक्रम तथा कार्य क्षमताओं का विकास होगा। संतान की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ सामान्य रहेगा परंतु अप्रैल से गुरु ग्रह का गोचर पंचम स्थान में हो रहा है उसके बाद समय अनुकूल हो जाएगा। संतान प्राप्त के इच्छुक व्यक्तियों को संतान प्राप्त की संभावना इस वर्ष बनेगी।

स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष सामान्य रहेगा द्वितीय स्थान का शनि आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। अप्रैल के बाद स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से समय अनुकूल हो रहा है राशि स्थान पर गुरु ग्रह के दृष्टि प्रभाव से आप मानसिक रूप से संतुष्ट रहेंगे। पूरे वर्ष खान-पान को नियंत्रण रखें और योग अभ्यास करते रहें।

आर्थिक स्थिति
वर्ष आरंभ में चतुर्थ स्थान का गुरु आपको संचित धन की प्राप्ति करा सकता है। अष्टम स्थान पर गुरु की दृष्टि पैतृक संपत्ति भी प्राप्त करवा सकती है। इस साल की शुरुआत में बुध और शुक्र आपके एकादश भाव में स्थित होंगे इससे आय अच्छी होगी। अप्रैल के बाद एकादश स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से धन आगमन में निरंतरता बनी रहेगी।

परीक्षा प्रतियोगिता
प्रतियोगिता परीक्षार्थियों के लिए वर्ष का प्रारंभ सामान्य रहेगा। संघर्षात्मक परिस्थितियों में आपको सफलता मिलेगी विद्यार्थियों के लिए अप्रैल के बाद का समय बहुत शुभ रहेगा।

उपाय
शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पूरे वर्ष रहेगा, इसलिए शनि के मंत्रों का जाप और शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक शनिवार के दिन जलाते रहें। मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाएं और प्रत्येक दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।

कुंभ राशिफल 2024
कुंभ राशि के लोग बुद्धि से तेज, समझदार और आत्मविश्वासी स्वभाव के होते हैं। ये किसी भी काम को पूरी मेहनत और लगन से करने में विश्वास रखते हैं। ये लोग अपनी बुद्धिमत्ता की वजह से हर एक क्षेत्र में दूसरों से आगे होते हैं। ये लोग लीडर प्रवृत्ति के होते हैं और भीड़ में सबसे आगे रहते हैं। कई बार ये भीतर से कुछ अलग और बाहर से अलग नजर आते हैं। ये लोग भीतर से कई कष्ट भी सहते हैं लेकिन बाहर इनकी आह तक नहीं निकलती है।

राशि स्वामी – शनि
राशि नामाक्षर – गु,गे,गो,सा,सी,सू,से,सो,था
आराध्य -श्रीशिव जी
भाग्यशाली रंग – भूरा और काला
राशि अनुकूल वार- शनिवार, शुक्रवार और बुधवार

करियर
इस वर्ष नौकरी और व्यापार में जोखिम उठाने वाले निर्णय लेने से बचें। कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ बहुत अच्छा रहेगा। सप्तम स्थान पर गुरु एवं शनि ग्रह की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से आपके व्यापार में अच्छा लाभ प्राप्त होगा। अप्रैल के बाद नौकरी करने वाले व्यक्तियों की पदोन्नति के साथ इच्छित स्थान पर स्थानांतरण भी हो सकता है। साल की शुरुआत में बृहस्पति आपको आत्मविश्वासी और साहसी बनाए रखेंगे। इस दौरान आप रिस्क लेंगे और नौकरी में बड़े फैसले ले पाएंगे, लेकिन यह साल नई नौकरी ढूंढने के लिए एकदम बढ़िया नहीं है। बिजनेस में भी एकदम से किसी लाभ की आशा ना करें और ना ही बिजनेस पार्टनर पर बार-बार शंका करें। इससे आपका कार्य प्रभावित हो सकता है।

परिवार
पारिवारिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। तृतीय गुरु पर शनि की दृष्टि प्रभाव से आपके पराक्रम और कार्य क्षमताओं का विकास होगा। अप्रैल से चतुर्थ स्थान पर गुरु ग्रह के गोचरीय प्रभाव से आपका घरेलू वातावरण अनुकूल रहेगा। माता-पिता सहित पूरे परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। ससुराल पक्ष से संबंध मधुर होंगे। संतान की दृष्टि से यह वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष आरंभ में आपके बच्चे अपने परिश्रम के बल पर आगे बढ़ेंगे वह अपने बौद्धिक बल पर अपने लक्ष्य को भी प्राप्त करेंगे।

स्वास्थ्य
यह वर्ष स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा नहीं रहेगा। राशि में स्थित शनि आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनाए रखेंगे। संतुलित भोजन करें और अनुशासित जीवन शैली अपनाएं। लापरवाही बिल्कुल ना करें शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नहीं रहेगा।

आर्थिक स्थिति
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ सामान्यतः अनुकूल रहेगा। शनि की साढ़ेसाती की वजह से जोखिम उठाने वाला निर्णय लेने से बचें। इस वर्ष अचानक कुछ ऐसे खर्चे आ जाएंगे जिससे आपका बजट बिगाड़ सकता है। अप्रैल के बाद गुरु ग्रह का गोचर चतुर्थ स्थान में होगा उस समय आपको भूमि, भवन और वाहन इत्यादि का सुख प्राप्त हो सकता है।

परीक्षा प्रतियोगिता
प्रतियोगिता परीक्षा के लिए यह वर्ष सामान्य रहेगा क्योंकि सफलता प्राप्त हेतु आपके अथक प्रयास करना पड़ेगा। विद्यार्थियों की अध्ययन के प्रति रुचि बढ़ेगी। आलस्य की भावना सफलता में बाधक हो सकती है इसलिए इस वर्ष आपको आलस्य से बचना चाहिए।

उपाय
शनिवार के दिन शनि मंदिर में दर्शन करें। सरसों के तेल का दीपक जलाएं। श्री हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करना आपके लिए पूरे वर्ष लाभदायक रहेगा।

मीन राशिफल 2024
मीन राशि के जातक अपने चिन्ह मछली की ही तरह शांत, बहुत कोमल और दयालु प्रवृति के होते हैं। इनका स्वभाव बेहद सहानुभूति-पूर्ण होता है। इस कारण काफी लोग इन्हें पसंद करते हैं। यह लोग आदर्शवादी दुनिया में रहना पसंद करते हैं। कई बार तो इन्हे कल्पना और तथ्य में भेद करना कठिन हो जाता है।

राशि स्वामी – बृहस्पति
राशि नामाक्षर – दी,दू,थ,झ,दे,दो,च,ची
आराध्य – श्री विष्णु नारायण
भाग्यशाली रंग -पीला
राशि अनुकूल वार- बृहस्पतिवार, सोमवार और मंगलवार

करियर
व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष सामान्य फलदायक रहेगा। द्वादश भाव पर शनि के प्रभाव से आप अपने कार्यों को अंजाम तक पहुंचाने में कठिनाई का अनुभव करेंगे। अप्रैल के बाद कार्य व्यवसाय के लिए समय अनुकूल हो रहा है। सप्तम स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि व्यापारिक व्यक्तियों के लिए शुभ है। जो व्यक्ति साझेदारी में कार्य कर रहे हैं उनको लाभ प्राप्त होगा।आप शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में रहेंगे। इसलिए ज्यादा अच्छे परिणामों के लिए आपको बेहद मेहनत करनी होगी। कई बार आपको लगेगा कि भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा है, लेकिन साढ़ेसाती में धैर्य और मेहनत ही आपके सच्चे दोस्त हैं। यह आपको समझना होगा।

परिवार
पारिवारिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अच्छा रहेगा। वर्षारंभ में द्वितीयेश गुरु के प्रभाव से आपके परिवार में किसी सदस्य के वृद्धि होगी। अप्रैल के बाद भाइयों का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। समाज में आपका पराक्रम बना रहेगा। सामाजिक गतिविधियों में भाग लेंगे। केतु के कारण पारिवारिक जीवन में थोड़ा तनाव हो सकता है। आप अकेले रहना चाहेंगे। संतान के लिए वर्ष का प्रारंभ अनुकूल है। द्वितीय भाव के गुरु के प्रभाव से आपके बच्चों की उन्नति होगी। इस समय के अंतराल में आपके बच्चों के साथ आपका भावनात्मक लगाव भी बढ़ेगा।

स्वास्थ्य
राशि के राहु के प्रभाव से आप छोटी-मोटी बीमारियों के कारण परेशान हो सकते हैं। यदि पहले से कोई रोग है तो सावधानी बरतें। संतुलित खान-पान के साथ-साथ दिनचर्या भी अनुशासित रखें। सुबह व्यायाम और योगाभ्यास करें। द्वादश शनि के प्रभाव से यदि कोई बीमारी लंबे समय से आपको परेशान कर रही है तो इसका स्थाई उपचार इस वर्ष मिल सकता है।

आर्थिक स्थिति
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ सामान्य रहेगा ।द्वितीय स्थान पर गुरु ग्रह के गोचर प्रभाव से आपके धनागम में निरंतरता बनी रहेगी। अप्रैल के बाद धार्मिक और सामाजिक कार्यों में भी आप धन व्यय करेंगे जिससे आपको आत्मिक प्रसन्नता का अनुभव होगा।

परीक्षा प्रतियोगिता
परीक्षा प्रतियोगिता के लिए यह वर्ष सामान्य रहेगा। छठे स्थान पर शनि और गुरु के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से आप प्रतियोगिता परीक्षा में सफल रहेंगे। कुछ अनुभवी व्यक्तियों से मिलकर आप अपनी कार्यशैली सुधार लेंगे। अप्रैल के बाद समय थोड़ा प्रभावित हो सकता है उस समय आपको सफलता प्राप्ति के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है।

उपाय
शनिवार के दिन सुबह-सुबह पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाएं और शाम के समय चौमुखी दीपक जलाएं। प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में दर्शन करें और संभव हो तो चोला चढ़ाएं