त्योहार से पहले टमाटर के तेवर हुए लाल, उफान पर सब्जियां – Bhilangana Express

त्योहार से पहले टमाटर के तेवर हुए लाल, उफान पर सब्जियां

रसोई से गायब होने लगी टमाटर और दूसरी सब्जियां
ईद के त्यौहार पर भारी पड़ रही सब्जियों की कीमतें, मानसून तक दाम थमने की उम्मीद नहीं,
और बढ़ सकती हैं टमाटर की कीमत, १५० तक पहुंचने की उम्मीद

Dehradun: मानसून की बरसात शुरू होने के साथ ही सब्जियों के दाम पहुंच से बाहर होने लगे हैं। सबसे अधिक असर टमाटर पर पड़ा है जिसने ईद का त्यौहार शुरू होने से पूर्व अपने तेवर लाल कर लिए हैं। स्थिति यह हो गई है की टमाटर पेट्रोल से महंगा हो चुका है और कई राज्यों में इसकी कीमत ₹140 तक पहुंच गई है। उत्तराखंड की मंडियों में भी टमाटर के दाम 100 से ₹120 तक पहुंच चुके हैं जिसने त्योहारों की खुशियों में थोड़ी कड़वाहट तो घोल ही दी है।
देशभर में कल ईद मनाई जानी है और सब्जियों की मंडी के हाल ऐसे हैं कि झोला भर कर सब्जियां खरीदना बेहद मुश्किल हो गया है। सब्जी व्यापारियों का कहना है कि यह रफ्तार अभी थमने वाली नहीं है और हैरान नहीं होना चाहिए यदि अगले कुछ दिनों में टमाटर के दाम १५० सो रुपए प्रति किलो तक ना पहुंच जाएं। यही टमाटर अब से 10 दिन पूर्व लगभग ₹40 किलो बिक रहा था लेकिन बारिश के शुरू होने के साथ ही इसके दाम प्रति किलो प्रतिदिन के हिसाब से बढ़ते चले गए और आज स्थिति यह हो गई है कि 1 किलो टमाटर खरीदने वाले एक पाव टमाटर की खरीद तक पहुंच गए हैं।

क्योंकि ईद का त्योहार मनाया जाने वाला है और यह महंगाई त्यौहार पर भी अपना असर दिखा रही है। ना केवल टमाटर चूंकि मिर्च धनिया और अदरक जो ईद के दौरान बनाए जाने वाले व्यंजनों में बहुतायत में प्रयोग किए जाते हैं इनकी कीमतें भी थमने का नाम नहीं ले रही है। सब्जियों के दामों में फिलहाल कोई नियंत्रण लगेगा इसकी अभी कोई उम्मीद नहीं है सब्जी व्यापारी भी यह स्पष्ट कर चुके हैं कि मानसून की बरसात होने तक टमाटर व अन्य ऐसी सब्जियां जो नियमित तौर पर घरों में प्रयोग में उठाती है उनके दाम हमने वाले नहीं हैं।
उधर सब्जियों व टमाटर आदि के दाम बढ़ने से घरों की रसोइयों पर भी इसका व्यापक असर पड़ता हुआ नजर आ रहा है। सवाल ये उठता है कि क्या सब्जी खाएं और क्या नहीं क्योंकि दाम है कि थमने का नाम नहीं ले रहे। टमाटर, अदरक और धनिया के बिना स्वाद कैसे आएगा या खाने के शौकीन अच्छी तरह जानते हैं।