पहले ही प्रयास में पिता के सपने को साकार किया आईएएस नेहा ने

नोबल शिक्षण समूह-देवलावास की नोबल पी. जी. कॉलेज, बुहाना की पूर्व छात्रा नेहा भगासरा के प्रथम प्रयास में ही आईएएस बनने पर निदेशक संदीप नेहरा ने गांव में जाकर किया सम्मान किया।

(राजस्थान एंड हरियाणा जनरल एंड मैनेजिंग एडिटर राजेश कुमार शर्मा सिंघाना झुंझुनूं राजस्थान सिंघाना सतनाली वाले वरिष्ठ पत्रकार की लेखनी से )

जयपुर: हमारे सभी भारतीयों के वल्लभ भारतवर्ष अंतर्गत वल्लभ राजस्थान राज्य के झुंझुनूं जिलांतर्गत बुहाना उपखंड अंतर्गत सिंघाना कस्बा क्षेत्र के पचेरी गांव (उल्लेखनीय है कि पचेरी महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित ताड़केश्वर शर्मा का पुश्तैनी गांव हैं ) के निकटवर्ती रमणीय आकर्षक वातावरण वाले गांव देवलावास स्थित नोबल शिक्षण समूह देवलावास की सिस्टर कंसर्न अर्थात शाखा संस्था नोबल पीजी कॉलेज बुहाना की पूर्व छात्रा काजला गांव की रेजिडेंट भारतवर्ष की बेटी नेहा भगासरा पुत्री मुनेश भगासरा के प्रथम प्रयास में ही आईएएस बनने पर नोबल समूह डायरेक्टर इंजीनियर संदीप नेहरा द्वारा गांव में जाकर सम्मानित करने की फीट अर्थात उपलब्धिपूर्ण खबर है।

नोबल ग्रुप डायरेक्टर सेलिब्रेटेड शिक्षाविद इंजीनियर संदीप नेहरा के व्हाट्स एप प्रेस नोट मुताबिक काजला गांव और राजस्थान तथा अखिल भारतवर्ष की बेटी और नोबल शिक्षण ग्रुप देवलावास की शाखा संस्था नोबल पीजी कॉलेज बुहाना की पूर्व छात्रा नेहा भगासरा डॉटर ऑफ मुनेश भगासरा का प्रथम प्रयास में ही आईएएस परीक्षा में चयन होने पर नोबल शिक्षण ग्रुप के निदेशक संदीप नेहरा ने गाँव में जाकर नेहा भगासरा का सम्मान किया।

इस अवसर पर संदीप नेहरा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे जब आईएएस परीक्षा उत्तीर्ण कर उच्च प्रशासनिक पदों पर बैठेंगे तो गाँवों की समस्याओं को समझकर, उनका उचित सामाधान भी अच्छे ढंग से करेंगे ऐसी अपेक्षाएं बलवती होती लग रही हैं। बकौल संदीप नेहरा नेहा बेटी ने यूपीएससी की परीक्षा में 719 वीं सात सौ उन्नीसवीं रैंक हासिल कर ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों व अभिभावकों में ट्रीमेंडस अर्थात जबरदस्त ऊर्जा का संचारण किया है…। .

इस मौके पर सरपंच कुहाडवास ने बच्ची के सम्मान में गाँव में प्रोग्राम आयोजित किया। नेहा के पिता मुनेश व मां श्रीमती मुकेश देवी को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। बच्ची की सफ़लता में इन सभी परिवार सदस्यों की महत्पूर्ण भूमिका रहीं ।

आईएएस नेहा के पिता का स्वयं का लक्ष्य था कि वे खुद आईएएस बने। नेहा आईएएस बेटी के परिवार की इच्छा ग्रामीण क्षेत्र के लिए कुछ कर गुजरने की हैं।

उल्लेखनीय है कि सेलिब्रेटेड परोपकारी स्वभाव के, रचनात्मक सकारात्मक सहयोगी स्वभाव के, महान लक्ष्यों को हासिल करने का जज्बा रखने वाले, घोर परिश्रमी आदर्शों को आत्मसात करने वाले, ग्रामीण क्षेत्रों को शिक्षा का उजाला प्रदान करके अभाव के अंधेरे से निकालकर सुविधाओं,संपन्नता , उपलब्धियों के ओएसिस( अर्थात अभाव में सुविधाओं वाला क्षेत्र ,) वातावरण में परिवर्तित करने वाले, एजुकेशन पायोनियर अर्थात शिक्षा अग्रदूत, नोबल शिक्षण समूह देवलावास के निदेशक इंजीनियर संदीप नेहरा ने बुहाना सिंघाना क्षेत्र के उक्त ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की एक बुलंद अलख जगाने का फीट अर्थात उपलब्धि पूर्ण कार्य किया है ऐसा इस क्षेत्र में चर्चित रहा बताया जाता है।