पीड़ितों के दो करोड़ बचाने में सफल रही एसटीएफ

*साइबर वित्तीय हेल्पलाइन 1930 की प्रथम वर्षगाठ*

Dehradun: स्पेशल टास्क फ़ोर्स द्वारा जहाँ देश भर से संदिग्ध अभियुक्तों को पकड़ा जा रहा वही रोज़ आम जान मानस की मेहनत की कमाई को बचाया जा रहा | भारत सरकार द्वारा पूर्व में वित्तीय साईबर शिकायतों हेतु 155260 (वर्त्तमान 1930) हेल्पलाईन नबंर का संचालन किया जा रहा था । उत्तराखण्ड राज्य मैं हेल्पलाइन नबंर का शुभारम्भ 17 जून 2021 को किया गया था* । इस *एक वर्ष में कुल 7723 शिकायतें दर्ज हुई है और वित्तीय साईबर हेल्पलाईन की मदद से आम-जनमानस के करीब 2.11 करोड़ रूपये की धनराशि को बचाया जा सका है । पूरे प्रदेश में जनता को साईबर हेल्पलाईन की मदद से वित्तीय धोखाधड़ी की सूचना देने/ धोखाधड़ी से हुए आर्थिक नुकसान को बचाने में बहुत सहायता मिली है ।

अब गृह मंत्रालय द्वारा *155260 को संशोधित करते हुए एक नवीन नंबर 1930 संचालित किया गया है* जिस पर आम-जनमानस वित्तीय साईबर अपराधों की शिकायत कर रहे हैं ।

प्रभारी स्पेशल टॉस्क फोर्स द्वारा जनता से अपील की गयी है कि सभी लोग बढ़ चढ़कर इस हेल्पलाईन नंबर 1930 का प्रचार-प्रसार करें, जिससे समाज के हर वर्ग के व्यक्तियों को साईबर अपराध से लड़ने हेतु जागरूकता प्राप्त हो सके तथा अतिशीघ्र वित्तीय सहायता प्राप्त हो व साईबर अपराधों की रिपोर्टिंग हो सके.

साइबर वित्तीय हेल्पलाइन को 112 से भी जोड़ा जा चूका है जिससे पूरे प्रदेश के लोगो को वित्तीय साइबर शिकयत करने मैं सहूलियत हो रही है.

प्रभारी एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है, कि वे ऑनलाइन सामान की खरीददारी करते हुये अधिकृत वैबसाइट से ही सामान खरीदे व किसी भी प्रकार के लोभ लुभावने अवसरो/ फर्जी साइट/ धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें. कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्कं करें ।