आम आदमी पार्टी पंजाब में बनाएगी सरकार, बड़े-बड़े सूरमा को दे दी साधारण से प्रत्याशियों ने शिकस्त
Punjab: वाकई यह बहुत बड़ा चमत्कार और उलटफेर है की हाल ही के कुछ वर्षों में वजूद में आई आम आदमी पार्टी कमाल पर कमाल करती नजर आ रही है। उत्तराखंड में भी भाग्य आजमाया था लेकिन इतनी अधिक उम्मीद ना तो उत्तराखंड की जनता को थी और ना ही स्वयं अरविंद केजरीवाल को रही होगी लेकिन जो कुछ पंजाब में देखने को मिला वह किसी क्रांति से कम नहीं है। पंजाब में आम आदमी पार्टी दो विधानसभा सीटों पर विजय प्राप्त कर चुकी है और उसकी आंधी के आगे अच्छे-अच्छे सूरमा तिनके की तरह बह गए।
प्रकाश सिंह बादल, मुख्यमंत्री चरण सिंह चन्नी, बड़बोले नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर सिंह और मजीठिया। यह पंजाब की राजनीति के ऐसे नाम से जो यहां सत्ता की दिशा तय करते थे लेकिन यह एक बहुत बड़ा सत्य है कि अगले 5 साल में सत्ता के हिस्से में नहीं रहेंगे। पंजाब की जनता ने इन बड़े नामों को पूरी तरह से खारिज करते हुए आम आदमी पार्टी की टीम को सत्ता तक पहुंचा दिया है। निश्चित तौर पर अरविंद केजरीवाल देश की राजनीति में एक बड़े मंच की ओर बढ़ रहे हैं और आने वाले समय में उनके राज्यों का दायरा और विस्तृत हो तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
पंजाब में उसके बड़े नेताओं को उन्हीं के घर पर पटखनी देना कोई आसान काम नहीं था लेकिन आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को पंजाब के नेताओं अब याद रखना होगा। परिस्थितियां बदलने में शायद अरविंद केजरीवाल जैसा चमत्कारिक नेता मिलना मुश्किल है। तमाम कोशिशों के बावजूद पिछले चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दिल्ली में केजरीवाल की सरकार को हिला तक नहीं पाए तो वहीं पंजाब में भी सारे प्रयास धरे के धरे रह गए। पंजाब में भाजपा जैसे-तैसे घसीटते हुए 2 सीटें तो ले आई लेकिन कभी पंजाब में राज करने वाली कांग्रेस मात्र 18 पर सिमट गई।