जानिए आखिर क्यों मिला देहरादून डीएम को नोटिस

ट्रेचिंग ग्राउंड से बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर मांगी रिपोर्ट

Dehradun: ट्रेचिंग ग्राउंड और सॉन्ग नदी में बढ़ते हुए प्रदूषण को लेकर देहरादून के डीएम को मानव अधिकार आयोग की ओर से नोटिस भेजा गया है। शिकायतकर्ता ने मानव अधिकार आयोग में अपील दायर की थी जिसका संज्ञान लेते हुए मानव अधिकार आयोग ने डोईवाला नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और जिलाधिकारी देहरादून को नोटिस जारी कर चार हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है
देहरादून, डोईवाला के राजीव नगर में डैश वाला ट्रेचिंग ग्राउंड और सौंग में बढ़ते प्रदूषण को आयोग ने रिपोर्ट पेश करने को कहा है। इस संबंध में आज जानकारी देते हुए उत्तराखंड क्रांति दल के मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने बताया कि देहरादून की अधिकतर नदियां बरसाती नदियाँ हैं। साल के अधिकतर महीनों में यह नदियां सूखे की कगार पर रहती हैं और लोग इन में कचरा फेंकते रहते हैं पर बरसाती सीजन में यह नदियां पूरे प्रवाह से चलती हैं और सारा कचरा समेटे हुए बहा ले जाती है, जिस कारण कई क्षेत्र प्रदूषण की चपेट में आ जाते हैं। इससे ना केवल नदियां प्रदूषित हो रही है बल्कि स्थानीय लोगों को भी बीमारियों का खतरा बना हुआ है।

बता देगी गंगा को स्वच्छ रखने की दिशा में केंद्र सरकार व राज्य सरकार नमामि गंगे मिशन के तहत प्रयास कर रही हैं पर देहरादून व अन्य नदियां अंततः गंगा में जाकर ही मिलती है जिस वजह से और दूसरी नदियों का कचरा भी गंगा में ही मिल जाता है.

आज एक प्रेस वार्ता के दौरान उत्तराखंड क्रांति दल के मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहाकि यहां पर ट्रेंचिंग ग्राउंड मानकों के विपरीत बनाया गया है एयरपोर्ट से एक किलोमीटर से भी कम हवाई दूरी होने के चलते यहां पर ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थापित नहीं किया जा सकता। गंगा की सहायक नदी सौंग के किनारे पर स्थापित इस ट्रेंचिंग ग्राउंड से नदी का पानी भी प्रदूषित हो रहा है, जो नमामि गंगे अभियान को भी सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।