ट्रैफिक वॉलिंटियर्स की मदद से यातायात व्यवस्था सुधारने की पहल
Dehradun: यातायात प्रबंधन की दिशा में सुधार करने के लिए उत्तराखंड यातायात निदेशालय ने स्वयंसेवकों के लिए एक योजना शुरू की है। इसके तहत 18 वर्ष से ऊपर का कोई भी व्यक्ति जिसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड ना हो वो ट्रैफिक पुलिस का हिस्सा बन सकता है। इस व्यवस्था से जुड़ने के लिए यातायात निदेशालय वालंटियर स्कोर एक खास ड्रेस एवं यातायात संबंधी विशेष प्रशिक्षण भी देगा।
उत्तराखंड यातायात निदेशालय के डायरेक्टर मुख्तार मोहसिन के अनुसार ट्रैफिक पुलिस का हिस्सा बनने के लिए वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा और उसमें दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
ट्रैफिक वालंटियर की होंगी यह जिम्मेदारियां
ट्रैफिक वालंटियर से उनके आसपास के ट्रैफिक जंक्शन व चौराहों पर यातायात पुलिस कर्मियों के साथ मदद दी जाएगी। वालंटियर
अपने आसपास के कॉलेजों, पार्कों, उच्चतर शिक्षण संस्थानों, स्टेडियम,मॉल, टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड, अस्पताल, रेलवे स्टेशन और सरकारी/प्राइवेट कार्यालयों आदि में यातायात जागरूकता का प्रचार-प्रसार करेंगे।
-सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद करेंगे, अतिक्रमण हटाने में सहयोग करेंगे।
-नो-पार्किंग में खड़े वाहनों का उत्तराखंड ट्रैफिक आई एप की मदद से फोटो/वीडियों अपलोड कर चालान करवाएंगे।
-यातायात पुलिस द्वारा आयोजित किए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे।
-पार्किंग स्थलों के संचालन में सहयोग करेंगे और नई पार्किंग स्थलों के चिह्नीकरण में समन्वय का कार्य करेंगे।
-ट्रैफिक पुलिस के सोशल मीडिया अकाउंट को फॉलो कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएंगे।