संकल्प और इच्छाशक्ति को बनाना होगा मजबूत हथियार
Dehradun; उत्तराखंड बेहद तेजी से कोरोनावायरस की गिरफ्त में आ रहा है। प्रदेश में बूस्टर वैक्सीनेशन भी शुरू कर दी गई है जबकि 15 से 18 वर्ष के बच्चों को भी तेजी से वैक्सीनेट किया जा रहा है। इसके बावजूद आज उत्तराखंड में जो आंकड़े मिले हैं वह काफी चिंता में डाल देने वाले हैं।
संक्रमण से गई आज 5 लोगों की जान
हालांकि पिछले कुछ दिनों से लगातार संक्रमण के आंकड़ों में उछाल ही नजर आ रहा है लेकिन मौतों का आंकड़ा अब तक काफी नियंत्रित बना हुआ था. आज उत्तराखंड स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बुलेटिन में 5 मौतों का जिक्र किया गया है। यह आंकड़ा डरा देने वाला है और कहीं ना कहीं संकेत दे रहा है कि भविष्य में हमें इससे भी अधिक खराब आंकड़े देखने को मिल सकते हैं।
पिछले 24 घंटों में हुई मौतों में तीन लोगों की जान एम्स ऋषिकेश में गई जबकि एक दून मेडिकल कॉलेज में दर्ज की गई है। एक मृत्यु पौड़ी गढ़वाल के अस्पताल में हुई है।
उत्तराखंड में आज भी कोरोनावायरस के नए मरीजों कांगड़ा 1000 से ऊपर ही दर्ज किया गया है, जिसमें राजधानी देहरादून एक बार फिर शीर्ष स्थान पर है। हरिद्वार एवं नैनीताल भी कोरोनावायरस की दृष्टि से संवेदनशील बने हुए हैं।
यह बेहद जरूरी है कि अब हर व्यक्ति को अपने स्तर पर ही बचाव के नियमों को अपनाना होगा और खुद यह निश्चित करना होगा कि वह किस माहौल में रहना पसंद करेंगे? बाजारों में भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है और आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। कम से कम अब यह समझ लेना चाहिए की स्थितियां धीरे धीरे बिगड़ रही है और इन्हें संभालने के लिए सरकारी व्यवस्थाओं से अधिक खुद की इच्छा शक्ति और संकल्प का ही सहारा लेना होगा।