दिनों दिन बिगड़ रही देहरादून की कानून व्यवस्था
अपने क्षेत्रों में गस्त लगाने की जहमत नहीं उठाती थाना पुलिस
DEHRADUN: राजधानी दून में कानून व्यवस्था अब हाशिए पर जाती हुई नजर आ रही है। पिछले कुछ समय से अपराधों के ग्राफ में लगातार वृद्धि हो रही है तो फायरिंग व गोलीबारी की घटनाएं भी आम होने लगी है। पिछले दिनों जहां दोहरे हत्याकांड को अब अंजाम दिया गया तो वही अब सरेराह दबंग आम लोगों पर गोलियां चला रहे हैं मानव राजधानी नहीं कोई खुला हुआ फायरिंग रेंज देहरादून बन गया हो।
एक रोज पूर्व ही स्पा सेंटर के मालिक ने खुद को देसी तमंचे से गोली मारकर अपनी जिंदगी समाप्त कर ली थी, इस घटना के अगले दिन ही राजधानी देहरादून में एक ही प्रकार से अंजाम दी गई दो घटनाएं सामने आई जिस ने साबित कर दिया कि देहरादून की सुरक्षा और कानून व्यवस्था केवल दावे बाजी में ही सीमित होकर रह गई है। मुख्य मार्गों पर पुलिस की गश्त ना के बराबर है और रात को होने वाले अपराधों के बारे में पुलिस को भनक ही नहीं लगती.
थाना प्रेम नगर क्षेत्र में युवकों को टोकने पर एक दबंग ने गोलियां चला दी तो वही थाना राजपुर क्षेत्र में दुकान के आगे लघुशंका करने पर ठोकने की कीमत भी गोली खाकर चुकानी पड़ी। देहरादून में आए दिन होने वाली यह घटनाएं अब साफ दर्शाती है कि यहां कानून और सुरक्षा तंत्र पूरी तरह से चरमरा चुका है। पुलिस देसी शराब की थैलियों और चुटकी भर चरस गांजे से आगे नहीं बढ़ पा रही है। बदमाशों के हौसले इस प्रकार से बुलंद है कि वह ना घरों में घुसकर हत्या कर रहे हैं बल्कि अब तो पुलिस की नाक के नीचे ही दिनदहाड़े गोली चला रहे हैं।
घटनाएं हुई है तो जाहिर तौर पर भाग दौड़ करने के बाद इनका खुलासा भी होगा लेकिन सबसे बड़ी समस्या राजधानी की स्थान था आबोहवा में अब यह हो गई है कि आखिर बिगड़ती कानून व्यवस्था पर काबू कैसे पाया जाएगा?