सरकार ने बना दिया देश में तानाशाही का माहौलः राहुल
देश के ढांचा/मीडिया भाजपा एवं आरएसएस के कब्जे में
लखीमपुर खीरी मंे किसानों पर हुए हमले के बाद राजनीति गर्मा गयी है। प्रियंका गांधी को लखीमपुर जाने से पहले ही सीतापुर में गिरफ्तार कर रखा गया है तो वहीं आज राहुल गांधी ने भी लखनउ मंे प्रेस वार्ता करते हुए सरकार को किसानांे का दुश्मन बनाया। उन्होंने घटना के आरोपियांे पर कोई भी कार्रवाई न करने पर नाराजगी जताई।
राहुल गांधी ने कहा कि किसानांे के हक से चोरी का काम सरकार खुलेआम कर रही है। प्रधानमंत्री के कल लखनउ में होने के बावजूद उनके लखीमपुर न जाने पर उन्हांेने हैरानी जताई। राहुल गांधी आज खुद लखीमपुर जा रहे हैं जहां वे पीडित परिवारांे से मिलने का प्रयास करेंगे। राहुल गांधी ने अपनी प्रेम कांफ्रेस में कहा कि घटना मंे शामिल भाजपा नेताओं को बचाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पीड़ितांे के जख्मांे पर मलहम लगाने का काम सरकार नहीं कर रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि वे तीन लोग लख्ीमपुर जाएंगे जबकि धारा 144 अधिक लोगों की भीड़ पर काम करती हैं। उन्हांेने हाथरस जैसी पूर्व की घटनाआंे का भी जिक्र किया और कहा कि सरकार नए तरह के कारनामे कर रही है जिसमें बलात्कार एवं किसानों की हत्या जैसे कृत्य शामिल हैं। प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी पर उन्होने कहा कि बाकी सब लखीमपुर जा रहे हैं और हमें रोका जा रह हैं, प्रियंका को बंद किया गया है लेकिन मामला यह किसानांे का है तो हमारा संघर्ष जारी रहेगा। मामले मंे परस्पर लग रहे आरोपों पर राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष का काम प्रेसर बनाने का है और तभी कार्रवाई भी होती है। सरकार चाहती है कि हम इस मुद्दे को न उठाएं जिससे कि आरोपी भाग जाएं। हाथरस में भी यदि हम आवाज न उठाते तो कार्रवाई नहीं होती। यही कारण है कि हम किसानांे के साथ हैं और सरकार को कार्रवाई करनी होगी।
राहुल ने मीडिया को भी आडे हाथा लिया और कहा जो काम आपको करना होता है वह आप नहीं कर रहे हो। उन्हांेने कहा कि देश के ढांचा भाजपा एवं आरएसएस के कब्जे में है और मीडिया भी उसके कब्जे में ही है। उन्हांने का कि हिंदुस्तान मंे तानाशाही चल रही है, राजनेता उत्तर प्रदेश नहीं जा सकते, कोई अकेला जाता है तो भी धारा 144।