व्यासी परियोजना के कार्यस्थल कूच के दौरान गिरफ्तारी
पुलिस को बाड़वाला से चार किलोमीटर तक पुलिस को दौड़ाया
बैरिकेडिंग ध्वस्त कर चार किलोमीटर तक पुलिस को दौड़ाया
पुलिस अधिकारी गिड़गिड़ाते रहे तब जा कर गिरफ्तारी के लिए तैयार हुए प्रीतम सिंह
प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना रहे पूरे समय साथ
देहरादून: व्यासी पर निर्माणाधीन जल विद्युत परियोजना में शामिल डूब क्षेत्र के किसानों के आंदोलन को समर्थन देने व आंदोलनरत ग्रामीणों की रविवार सुबह हुई गिरफ्तारी के खिलाफ आज पूर्व घोषित अपने व्यासी कूच कार्यक्रम के तहत नेता प्रतिपक्ष श्री प्रीतम सिंह ने आज सुबह साढ़े दस बजे कांग्रेस मुख्यालय से सैकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ व्यास परियोजना स्थल के लिए कूच किया। श्री प्रीतम सिंह के साथ प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ,पूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश महामंत्री श्री विजय सारस्वत,श्री राजेन्द्र शाह, पछवा दून जिला अध्यक्ष संजय किशोर, परवा दून अध्यक्ष गौरव चौधरी, मीडिया प्रभारी राजजीव महऋषि, डॉक्टर प्रतिमा सिंह, भूपेंद्र नेगी,गौतम सोनकर,मंजू तोमर, परिणीता बडूनि, अनिता निराला व सिकड़ों पार्टी कार्यकर्ता शामिल थे।
लगभग साढ़े ग्यारह बजे बडोवाला पहुंचने पर वहां एसपी देहात स्वतंत्र सिंह व अनेक सीओ व इंस्पेक्टर भारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे। व्यासी परियोजना की ओर जाने वाले रास्ते में पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा कर रास्ता रोका हुआ था । बैरिकेडिंग पर श्री प्रीतम सिंह की गाड़ियों के काफिले के पहुंचते ही वहां पहले से उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गगनभेदी नारेबाजी के साथ ही बैरिकेडिंग उखाड़ दी। पुलिस अधिकारी श्री प्रीतम सिंह से आगे न जाने का आग्रह करते रहे लेकिन कार्यकर्ताओं के हुजूम के साथ आगे बढ़ गए। पुलिस मजबूर हो कर काफिले के पीछे चलती रही और बीच बीच में श्री प्रीतम सिंह से आगे न जाने का आग्रह करती रही ।
चार किलोमीटर तक पैदल चलने के बाद पुलिस ने एक बार फिर प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया जहां पुलिस व कार्यकर्ताओं में आधे घण्टे से ज्यादा देर तक धक्का मुक्की होती रही और अन्तोगत्वा श्री प्रीतम सिंह गिरफ्तारी देने को तैयार हो गए। पुलिस ने श्री प्रीतम सिंह श्री सूर्यकांत धस्माना समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया। साड़े तीन घण्टे तक चली धक्का मुक्की के बाद जब प्रीतम सिंह ने गिरफ्तारी के लिए सहमति दी तो पुलिस अधिकारियों ने कुछ राहत की सांस ली।