आखिर फार्मासिस्ट संगठन की कब सुनेगी सरकार?

बेरोजगार फार्मासिस्टो का धरना 45वें दिन भी जारी, मांगों का समाधान ना होने पर होगा उग्र आंदोलन।
देहरादून। प्रशिक्षित बेरोजगार फार्मासिस्टों का धरना 45वें दिन भी जारी रहा। बताते चलें कि महासंघ 19 अगस्त,2021 से अपनी 14 सूत्री मांगों को लेकर एकता बिहार देहरादून में आंदोलनरत है। इस बीच महासंघ द्वारा स्वास्थ्य महानिदेशालय से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक अपनी मांगों को लेकर रैलियां एवं प्रदर्शन किया गया, परंतु अभी तक सरकार की तरफ से मांगों के संबंध में किसी प्रकार की कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई है जिसको लेकर बेरोजगारों में आक्रोश दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। महासंघ अध्यक्ष महादेव गौड़ के द्वारा बताया गया कि अभी तक सरकार की तरफ से किसी भी प्रतिनिधि के द्वारा धरना स्थल पर आकर बेरोजगारों का संज्ञान नहीं लिया गया है जो कि सरकार की हठधर्मिता एवं संवेदनहीनता को दर्शाता है।उनके द्वारा बताया गया कि यदि आगामी कैबिनेट में iphs मानकों में शिथिलता एवं पदों के सृजन के संबंध में प्रस्ताव पारित नहीं किया जाता है तो विवश होकर बेरोजगारों को भूख हड़ताल, आमरण अनशन आदि के लिए मजबूर होना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी ।
उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि मुख्यमंत्री जी एवं स्वास्थ्य मंत्री जी द्वारा बार-बार सकारात्मक आश्वासन दिया जा रहा है परंतु जब तक उनकी मांगों के संबंध में ठोस कार्यवाही अमल में नहीं लाई नहीं जाती है, तब तक अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे और आवश्यक हुआ तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट महासंघ वर्ष 2005-06 में उपकेन्द्रो पर सृजित फार्मासिस्ट के 536 पर आइपीएचएस मानकों में शिथिलता प्रदान करते हुए यथावत रखने, रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू करने 600 उपकेन्द्रों पर संविदा के आधार पर की जा रही भर्ती के बजाय नियमित भर्ती करने, 1368 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर फार्मासिस्ट के पद सृजित करने, राजकीय मेडिकल कालेजों में फार्मासिस्ट संवर्ग का ढाँचा स्थापित कर नियुक्ति करने,सभी मेडिकल स्टोर में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता सुनिश्चित करने आदि मांगों को लेकर लगातार संघर्षरत हैं।
45वें दिन धरने देने वालों में जयप्रकाश, विनायिका,संदीप, जगदीश,पामीता,रमेश,प्रमोद, इरफान,राकेश, अरूण,मृदुल आदि फार्मेसिस्ट उपस्थित रहे।