क्षतिग्रस्त पुल, तकनीकी त्रुटि या फिर प्राकृतिक आपदा? जांच करेगी कमेटी

7 दिन में पेश करनी होगी रिपोर्ट, तीन वरिष्ठ इंजीनियरों को सौंपी कमान
Dehradun: भारी बरसात के कारण भरभरा कर गिर रानी पोखरी स्थित जाखड़ नदी पर बने पुल की गुणवत्ता को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। रानीपोखरी स्थित इस पुल का सुबह मध्य भाग से उसका एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था जिससे इसके ऊपर चल रही कुछ वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए और कुछ लोगों को चोटे भी आई। इस मामले को शासन ने बेहद गंभीरता से लिया है और रानीपोखरी पुल की जांच के लिए कमेटी का गठन 7 दिनों में जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है।

आज ही पुल टूटने की घटना के बाद देहरादून के जिलाधिकारी आर. राजेश ने भी पुल का निरीक्षण किया और मौके पर ही पीडब्ल्यूडी व दूसरे संबंधित विभागों को को दिशा निर्देश दिए।
उधर पुल की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे तो शासन की ओर से एक जांच कमेटी का गठन किया गया है जो 7 दिन के अंदर रानीपोखरी पुल की जांच की रिपोर्ट शासन को पेश करेगी।
जांच समिति में मुख्य अभियंता स्तर का एक अधिकारी एवं अधीक्षण अभियंता स्तर के दो इंजीनियरों को शामिल किया गया है। यह समिति पुल के गिरने का कारण तकनीकी त्रुटियां व अन्य कमियों को उजागर करेगी जिससे पता चल सके कि कहीं पुल के निर्माण में ही तो कमी नहीं थी या फिर यह एक प्राकृतिक आपदा के कारण हुआ है।
आने वाले समय में समिति क्या रिपोर्ट पेश करती है या तो भविष्य ही बताएगा लेकिन इस प्रकार विशाल पुल का गिरना बेहद चिंता का विषय है और कहीं ना कहीं इसके पीछे निर्माण की गुणवत्ता पर भी निश्चित तौर पर सवाल खड़े होते हैं।