गैंग रेप का 4 सालों से फ़रार इनामी अभियुक्त गिरफ्तार

Dehradun: मसूरी थाना क्षेत्र में गैंगरेप के एक मामले में 04 सालों से फरार चल रहा 10,000 रुपये का इनामी अभियुक्त ठगा मण्डल पुत्र सहदेव मण्डल नि0 बदूरी थाना सहीयारा जिला सीतामढ़ी बिहार को दिनांक 07 अगस्त 2021 को ग्राम माधोपुर थाना बथनाह सीतामढ़ी बिहार से गिरफ्तार किया.

*घटना का संक्षिप्त विवरण* :-
दिनांक 20-07-2017 को धर्मदास पुत्र नागदा ग्राम पोस्ट ऑफिस धनकोली तहसील पुरोला जिला उत्तरकाशी द्वारा कोतवाली मसूरी में आकर बताया कि उनकी पुत्री विजय की शादी 30-06-2017 को रकम दास पुत्र विशन दास निवासी ग्राम सिंगोद डुण्डा जिला उत्तरकाशी के साथ हुआ था उनकी पुत्री व उनके जमाई चंडीगढ़ में निवास कर रहे थे उनकी पुत्री दिनांक 15-07-2017 को बिना बताए चंडीगढ़ से चली गई थी जिसकी गुमशुदगी उनके दामाद रकम दास ने थाना सुहागा मोहाली में 16-07-2017 को दर्ज कराई थी 20-7-2017 को सूचना मिली की चूनाखाला के जंगल में एक अज्ञात महिला का शव सड़ी गली अवस्था में पेड़ से लटका हुआ है मौके पर मसूरी पुलिस नें पहुंचकर मृतका का पंचायत नामा भरकर घटनास्थल के पास से साक्ष्य एकत्रित किए और बाद पंचायतनामा की कार्यवाही शव को कम्यूनिटी अस्पताल मसूरी में रखा गया तथा महिला की शिनाख्त हेतु जनपद के विभिन्न थानों को वायरलेस के माध्यम से बताया गया एवं सोशल मीडिया पर भी सूचना प्रसारित की गई। इस परिपेक्ष्य में दिनांक 22-7-2017 को श्री प्रेमदास पुत्र सुमन दास निवासी ग्राम तियां पो0 कलोगी थाना पुरोला उत्तरकाशी द्वारा अपनी पुत्री तथा रकम दास पुत्र विशन दास निवासी ग्राम सिंगोद डुंडा उत्तरकाशी द्वारा अपनी पत्नी के रूप में कम्यूनिटी अस्पताल आकर शिनाख्त श्रीमती विजय पत्नी श्री रकम दास निवासी ग्राम सिंहपुर डुण्डा जनपद उत्तरकाशी के रूप में की गयी, जो कि कुछ समय पूर्व चंडीगढ़ से गुम हो गई थी घटना के अनावरण हेतु टीम गठित की गई मृतका के पिता की तहरीर के आधार पर थाना मसूरी में मु0अ0सं0 : 25/2017 धारा 302/201 पंजीकृत किया गया तथा विवेचना एवं घटना के कारणों का पता करने हेतु मुखबिर मामूर किए गए मृतका के शव के पास से एक मोबाइल फोन कंपनी इंटेक्स व एक सिम कंपनी आइडिया का प्राप्त हुआ, दौराने जांच पता चला कि उक्त मोबाइल मृतका का है तथा बरामद सिम प्रमोद मंडल पुत्र नागेश्वर मंडल निवासी ग्राम मटियार कला थाना सहियारा/ जिला सीतामढ़ी बिहार के नाम से रजिस्टर्ड है क्योंकि सिम बिहारी मूल के व्यक्ति के नाम से होने के कारण उक्त घटना में किसी बाहरी व्यक्ति की संलिप्त्ता को प्रदर्शित कर रहा था।
जांच के दौरान यह भी प्रकाश में आया कि मृतका की अपने ही गांव के एक युवक से जान पहचान थी जब इस युवक से पुलिस/द्वारा पूछताछ की गई तो पता चला कि मृत्यु से कुछ समय पूर्व मृतका विजय इस युवक से मिलने देहरादून आई थी तथा उसके पश्चात मसूरी भट्टा गांव पहुंची थी भट्टा गांव पहुंचने पर मृतका द्वारा भट्टा गांव के व्यक्तियों से एवं कुछ बिहारी व्यक्तियों के फ़ोन से इस युवक की फोन पर अपने पति के रूप में बात करवाई थी। इस घटना में बाहरी व्यक्तियों की संलिप्तता को दृष्टिगत रखते हुए मसूरी पुलिस व एसओजी द्वारा करीब 150 बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन कर प्रमोद मंडल उपरोक्त को दिनांक 16-8-2017 को गिरफ्तार किया गया ।
पकड़े जाने के पश्चात प्रमोद ने पूछताछ पर बताया कि दिनांक 16-7-2017 को वह अपने साथियों राकेश मंडल पुत्र नंदलाल मंडल निवासी डुमरी थाना मेजरगंज जिला सीतामढ़ी बिहार, सुखारी मंडल पुत्र उधम मंडल निवासी ग्राम बद्री थाना सियारा जिला सीतामढ़ी बिहार, राकेश साहनी पुत्र नंद साहनी निवासी ग्राम लगमा थाना डबरा जिला सीतामढ़ी बिहार, नंदू पुत्र अज्ञात निवासी ग्राम अमरपुर थाना मेजर गांव सीतामढ़ी बिहार,
जयकरण पुत्र राम लक्ष्मण भगत निवासी मटियार कला थाना सियारा सीतामढ़ी बिहारबिट्टू पुत्र सत्रोहन साहनी निवासी लक्ष्मीपुर थाना सियारा सीतामढ़ी बिहार,ठगा मंडल पुत्र सहदेव मंडल निवासी अधूरी थाना सियारा जिला सीतामढ़ी बिहार , नारायण मंडल पुत्र कामेश्वर मंडल निवासी भदोही थाना से आरा जिला सीतामढ़ी बिहार के साथ मजदूरी का कार्य कर रहा था तभी दोपहर के समय उक्त महिला फोन पर अपने पति से बात कराने के लिए फोन मांगने के लिए आई थी, तथा वह महिला काम की तलाश में थी प्रमोद मंडल द्वारा अपने फोन से महिला की बात भी कराई गई थी और यह भी बताया कि मृतका महिला की मज़बूरी व लाचारी का फायदा उठाकर हम सभी ने महिला के साथ बलात्कार किया तथा पता लग जाने के डर से महिला की गला घोट कर हत्या कर दी, महिला की पहचान ना हो पाए इसलिए उसके चेहरे पर तेजाब डालकर खराब कर दिया था। हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसे दूर जंगल में ले जाकर चुन्नी से गले में फंदा डाल दिया और शव को पेड़ से लटका दिया था। अभियुक्त की गिरफ़्तारी, साक्ष्य संकलन एवं बयानों के आधार पर अभियोग में धारा 376 (d)/326(A) ipc व 3 (2 )(v) sc /st act की बढ़ोत्तरी की गयी, कोतवाली मसूरी एवं एसओजी के अथक परिश्रम से 16-8-2017 को उपरोक्त मुकदमे में से सम्बन्धित पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके पश्चात एस0ओ0जी0 देहरादून द्वारा लगातार प्रयास करते हुए 11-01-2021 को उपरोक्त मुकदमे में फ़रार चल रहा 5,000 का इनामी अभियुक्त नन्दु पंडित नि0 ग्राम हेमलपुर थाना मेजरगांव सीतामढ़ी बिहार को जनपद पटियाला पंजाब से गिरफ्तार किया गया था । पूछताछ करने पर अभियुक्त नंदू पंडित द्वारा उपरोक्त मुकदमे के अन्य अभियुक्त ठगा मंडल के विषय में जानकारी दी गई कि उक्त ठगा मंडल कभी कभी अपने गांव आता है, एस0ओ0जी0 देहरादून की टीम द्वारा संभावित मिले मोबाइल नंबरों व अन्य तकनीकी डाटा का रात-दिन एक कर के विश्लेषण किया गया और मुखबिरों के माध्यम से लगातार निगरानी की गयी महीनो की मेहनत के पश्चात एस0ओ0जी0 टीम को मुखबिर के माध्यम से अभियुक्त के सम्बन्ध में अहम् जानकारी प्राप्त हुयी थी, उक्त सूचना के सम्बन्ध मे उच्चधिकारियों को अवगत कराया गया । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल आवश्यक संसाधन उपलब्ध करते हुए टीम को बिहार जाने हेतु निर्देशित किया गया जिसके पश्चात् पुलिस अधीक्षक नगर एवं एस0ओ0जी0 टीम द्वारा बिहार राज्य पुलिस से समन्वय स्थापित किया गया तथा लगातार अथक प्रयास करते हुए एक टीम सत्यापन एवं ठगा मण्डल की गिरफ़्तारी हेतु उप निरीक्षक दीपक धारीवाल के नेतृत्व में बिहार के लिए रवाना की गई, टीम द्वारा बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों की विषम परिस्थितियों में अभियुक्त की तलाश में लगातार दबिश दी गयी इस दौरान क्षेत्राधिकारी एसओजी एवं प्रभारी निरीक्षक एसओजी द्वारा लगातार टीम को दिशानिर्देश एवं तकनीकी सहायता लगातार दी जाती गयी ।

*पूछताछ विवरण* –
पूछताछ करने पर अभियुक्त ठगा मंडल द्वारा बताया गया की वह उपरोक्त अभियुक्तों के साथ मजदूरी का कार्य कर रहा था तभी दोपहर के समय महिला विजय फोन पर अपने पति से बात कराने के लिए फोन मांगने के लिए आई थी तथा वह महिला काम की तलाश में थी प्रमोद मंडल द्वारा अपने फोन से उक्त महिला की किसी से बात भी कराई गई थी तथा यह बताया कि मृतका महिला की मजबूरी व लाचारी का फायदा उठाकर हम सभी साथियों ने उक्त महिला को घेर कर उसके साथ बलात्कार किया तथा पता लग जाने के डर से महिला का गला घोट कर हत्या कर दी गई थी, महिला की पहचान ना हो पाए इसलिए उसके चेहरे पर तेजाब डालकर उसे बुरी तरह खराब कर दिया तथा हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसे दूर जंगल में ले जाकर चुन्नी से गले में फंदा डाल कर शव को पेड़ से लटका दिया था । उसके बाद मैं डर गया मैंने अपना फ़ोन भी फेंक दिया था और यहाँ से बिहार भाग गया था । उसके बाद मैं नेपाल चला गया। मैं कभी कभी अपने घर आता था अभी कुछ दिन पहले ही मैं अपनी ससुराल माधोपुर में आया था कि पुलिस ने पकड़ लिया ।