परीक्षा परिणामों को लेकर अभी कोई निश्चित फार्मूला नहीं
सरकार का ध्यान फिलहाल कक्षाएं नियमित करने पर
DEHRADUN: कोरोनावायरस के कारण लंबे समय से बंद पठन-पाठन का कार्य जल्द शुरू होने की संभावना है। उत्तराखंड सरकार उच्च शिक्षण संस्थानों को खोलने पर विचार कर रही है हालांकि इसके लिए एक फार्मूला तैयार किया जाएगा जो सीधे तौर पर संक्रमण के आंकड़ों से संबंधित होगा।
फरवरी 2020 से शुरू हुआ कोरोनावायरस का असर शिक्षा के क्षेत्र में भी पड़ा है और लंबे समय से उत्तराखंड में स्कूल से लेकर कॉलेजों में व्यवस्थित व्यवस्था नहीं बन पाई है। इस वर्ष भी कोरोना की दूसरी लहर के कारण सभी शिक्षण संस्थान बंद है लेकिन अब सरकार में इस दिशा में गंभीरता से सोचना शुरू कर दिया है। प्रयास किए जा रहे हैं कि जिन जनपदों में संक्रमण के आंकड़े काफी कम हो चुके हैं वहां 1 जुलाई से शिक्षण का कार्य शुरू कर दिया जाए। यह कार्य सबसे पहले विश्वविद्यालय स्तर पर शुरू किया जाएगा एवं सब कुछ ठीक चलता रहा तो माध्यमिक विद्यालयों को भी शुरू किया जा सकता है।
राज्य सरकार की कोशिश है कि शिक्षण कार्य शुरू करने के साथ ही डेस्टिनेशन का काम भी पूरा किया जाए ताकि कॉलेजों को बिना किसी डर के चलाया जा सके। विश्वविद्यालय प्रबंधन के आगे किस वर्ष परीक्षा परिणाम बनाने की विधि चुनौती है और निश्चित है कि इस बार भी पूर्व प्रदर्शन के आधार पर ही परीक्षा परिणाम तैयार किया जा सकता है। हालांकि अभी यह व्यवस्था नहीं बन पाई है और यही कारण है कि सरकार गंभीरता से डिग्री कॉलेजों को खोलने पर विचार कर रही है।