शिकायतकर्ता पर ही दबाव बनाने लगा चौकी इंचार्ज
साक्ष्यों के बावजूद नहीं किया सही धाराओं में मुकदमा
Dehradun: आपराधिक मामलों में पीड़ित लोग Police से न्याय की आशा करते हैं लेकिन जब यही पुलिसकर्मी अपने अधिकारों के विपरीत जाकर पीड़ित का शोषण करने लगते हैं तो न्याय की आस टूटने लगती है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी एक दरोगा ने अपने अधिकारों से परे जाते हुए पीड़ित की न्याय संगत मदद ना करते हुए उसे दूसरे पक्ष के साथ समझौता करने के लिए विवश किया।
मामला पटेल नगर कोतवाली की ISBT चौकी से जुड़ा हुआ है जहां राजीव धारीवाल चौकी के प्रभारी के पद पर तैनात हैं। प्रकरण इस प्रकार से है कि मेहूवाला निवासी इंतजार हुसैन ने कुछ समय पूर्व पटेल नगर कोतवाली में अपनी शिकायत दी थी जिसकी जांच चौकी प्रभारी ISBT राजीव धारीवाल को सौंपी गई थी। आरोप है कि उक्त विवेचना अधिकारी एवं चौकी प्रभारी ने शिकायत सही होने के बावजूद सही धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं किया एवं शिकायतकर्ता को विपक्षी पार्टी के साथ समझौता करने के लिए दबाव बनाया। मामला क्योंकि मारपीट से जुड़ा हुआ था तो मेडिकल रिपोर्ट में भी चिकित्सकों द्वारा गंभीर चोटों की पुष्टि की गई है बावजूद इसके चौकी प्रभारी ने सभी साक्ष्यों को नजरअंदाज किया एवं पूरे मामले को कमजोर धाराओं में दर्ज करते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया। प्रकरण की शिकायत पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परीक्षेत्र नीरू गर्ग से की गई तो उन्होंने मामले की जांच कराई और पूरा मामला चौकी प्रभारी की कर्तव्यनिष्ठा के विपरीत पाया गया।
इसी आधार पर डीआईजी नीरू गर्ग ने चौकी प्रभारी ISBT राजीव धारीवाल को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया।